Crime News: भाई के आवास में रहनेवाले युवक ने फांसी लगाकर दी जान, मृतक का भाई गया था गांव

Crime News: बोकारो के सेक्टर 4 थाना क्षेत्र की पुलिस ने सेक्टर 4जी (आवास संख्या 4111) से एक युवक का शव सोमवार को बरामद किया है। भाई के यहां रहता था युवक, आत्महत्या के समय नहीं था कोई घर पर। गुमला के घाघरा थाना के बेती का था रहनेवाला।

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता

Bokaro: बोकारो के सेक्टर 4 थाना क्षेत्र की पुलिस ने इंस्पेक्टर संजय कुमार के निर्देश पर सेक्टर 4जी (आवास संख्या 4111) से एक युवक का शव सोमवार को बरामद किया है। युवक ने बंद आवास के अंदर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। उसकी पहचान निशांत कुमार उरांव के रूप में हुई है। सेक्टर 4जी में अपने बडे भाई दीपांश उरांव के साथ रहता था। मृतक मूलरुप से गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के बेती गांव का निवासी था। भाई की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।

भाई ने कहा बेरोजगारी की वजह से तनाव में रहता था
मृतक का भाई दीपांश ने बताया कि भाई निशांत उसके साथ रहता था। भाई को बोलकर गांव गया था। सोमवार की सुबह जब गांव से वापस बोकारो सेक्टर 4जी स्थित आवास लौटा। काफी देर तक दरवाजा खटखटाया। बावजूद इसके कोई जवाब नहीं मिला ना ही कोई आवाज अंदर से आयी। इसके बाद दरवाजा खुलवाया गया, तो देखा कि भाई सिलिंग पंखा के सहारे फांसी लगा कर लटका हुआ है। इसके बाद घटना की सूचना सेक्टर 4 थाना को दी गयी। पुलिस आवास पर पहुंची। भाई निशांत बेरोजगार था। इस कारण लगातार तनाव में रहता था। घटना स्थल पर जांच कर रहे एसआइ आवेंद्र कुमार साव ने बताया कि पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। प्रथम दृष्या में मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। साथ ही मामले की जांच में जुट गयी है।

मानसिक अवसाद को समझें की जरूरत : इंस्पेक्टर

थाना प्रभारी इंस्पेक्टर संजय कुमार ने कहा कि मानसिक रूप से परेशानी एक दिन की बात नहीं है। परिवार के सदस्यों को लगातार संकेत मिलता है। इस संकेत को समझने की जरूरत है। युवाओं को समझने की जरूरत है कि बेरोजगारी कोई समस्या नहीं है। रोजगार के अवसर तलाशे जा सकते हैं। आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं हो सकता है। इससे परिवार को दुःख पहुंचता है। अवसाद को परिवार के साथ बांटे। समस्या का हल स्वतः निकल सकता है। मनोचिकित्सक ने कहा कि अवसाद में रहनेवालों को परिवार के अन्य सदस्य कभी भी अकेले नहीं छोडे। उनकी बातों को समझे और सुने। हर गंभीर समस्या का हल संभव है। अवसाद को लेकर आत्महत्या की घटना बढ रही है।

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