विश्व शांति के लिए आनंदनगर में एक साल तक चलेगा बाबा नाम केवलम अखंड कीर्तन
विश्व शांति और निराशा को दूर कर आशा के संचार के लिए विश्व स्तरीय एक वर्ष का “बाबा नाम केवलम्” अखंड कीर्तन का प्रारंभ रविवार यानी 21 अगस्त को बंगाल के पुरुलिया जिले के पुनदाग स्थित आनंद मार्ग के केंद्रीय कार्यालय आनंदनगर के कीर्तन मंडप में किया गया। आनंदमार्ग प्रचारक संघ के पुरोधा प्रमुख आचार्य विश्वदेवानंद अवधूत ने किया।
बाबा नाम कीर्तन एक साल तक चलेगा। अगले साल 21 अगस्त 2023 को संध्या 3.00 बजे संपन होगा। कीर्तन में बोकारो, झारखंड सहित भारत और विदेशों के मार्गी के अपनी सुविधानुसार इसमें भाग लेंगे। आचार्य सवितानन्द अवधूत ने कीर्तन की महिमा बताते हुए कहा कि विश्व शांति के लिए एक वर्षीय कीर्तन की शुरुआत की गई है। कहा कि मनुष्य के हिंसक प्रवृति के कारण वातावरण में भय और चित्कार का तरंग बह रहा है।संयमित जीवन सात्विक आहार, विचार और व्यवहार से विश्व अशांति को हराया जा सकता है।
कीर्तन मानवीय संवेदना को मानसाध्यात्मिक स्तर में ले जाकर परम-शांति का रसपान कराता है। भाव विह्वल होकर जब मनुष्य परम पुरुष को पुकारता है तो उसके अंदर आशा का संचार होता है। कीर्तन करने से उसका आत्मविश्वास और संकल्प शक्ति बहुत मजबूत हो जाता है। सामूहिक कीर्तन से मिलित मानसिक शक्ति इस पंचभौतिक जगत का दुख कलेश दूर करती है। पहले दिन कीर्तन में हजारों मार्गियों ने हिस्सा लिया।