प्रदर्शन : कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने चास प्रखंड कार्यालय पर किया प्रदर्शन, वक्ताओं ने कहा—-सार्वजनिक संपत्तियों को कौड़ी के दाम बेचना बंद करे सरकार
कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने मंगलवार को चास प्रखंड कार्यालय के समक्ष 22 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। सभा के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया।
सभा के माध्यम से सदस्यों ने अपनी मांगों की आवाज बुलंद की। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार मजदूर, किसान और आमजन विरोधी है। खाद्य पदार्थों के दामों में 8 प्रतिशत और थोक दामों में 13 प्रतिशत की बढोतरी से आमजन त्रस्त है। आटा, दूध, दही और पनीर इत्यादि खाद्य पदार्थों पर से 5 प्रतिशत जीएसटी लगाकर लोगों की कमर तोड़ दी है।
ये है मांगे :
जरूरतमंद लोगों को खाद्य व सामाजिक सुरक्षा सहित स्वास्थ्य व शिक्षा सुविधाएं सुनिश्चित करने, जमीन के रिकॉर्ड, रसीद, वन भूमि पट्टा, जाति व आवासीय प्रमाण पत्र बनाने में परेशानी को दूर करने, ई-श्रमकार्ड के लिए शिविर लगाने, यात्री व माल ढुलाई के किराए का निर्धारण करने, प्रखंड में नियमित बिजली आपूर्ति व नगर क्षेत्र में साफ-सफाई सुनिश्चित करने, विभिन्न कंपनियों में ठेका मजदूरों की बहाली नियोजनालय के माध्यम से करने, वन भूमि को अवैध दखल से मुक्त करने, विधवा व वृद्धा पेंशन के भुगतान में अनियमितता दूर करने, पेट्रोलियम पदार्थों पर चार तरह के सेस के माध्यम से वसूली बंद करने, सार्वजनिक संपत्तियों को कौड़ी के दाम पर बेचना बंद करने, मजदूर विरोधी लेबर कोड वापस लेने, किसानों के लिए एमएसपी की गांरटी देने, सभी वेतनभोगी मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी 26 हजार रुपए करने सहित अन्य मांगे शामिल हैं।
प्रदर्शन में ये हुए शामिल :
सभा की अध्यक्षता कुमार सत्येन्द्र ने की। सभा को राज्य कमिटी सदस्य बीडी प्रसाद और लोकल कमिटी सचिव राज कुमार गोरांई ने संबोधित किया। सभा में भूदेव प्रसाद सिंह, गोपाल प्रसाद,आर एन सिंह, भूषण कुमार, देव कुमार, आर बी सिन्हा, महेश प्रसाद सिंह, रामानंद सिंह सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।