खैराचातर में श्रद्धालुओं ने की आंवला वृक्ष की पूजा,कहा—- सभी तरह की मनोकामनाएं होती है पूरी
Kasmar: खैराचातर , कसमार व आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में बुधवार को महिलाओं की ओर से अक्षय नवमी में आंवला पेड़ की पूजा अर्चना कर की खुशहाली की कामना। कसमार प्रखंड के खैराचातर, कसमार बगदा, सिंहपुर आदि कई गांवों तथा कई जगहों पर आंवला वृक्ष की पूजा अर्चना की गई। महिला श्रध्दालुओं ने आंवला वृक्ष पर रक्षासूत्र मौली बांधकर पूजाअर्चना के साथ-साथ आंवला वृक्ष के नीचे बैठकर प्रसाद ग्रहण की तथा इसी पूजा एवं आंवला वृक्ष के नीचे भोजन बनाकर उसके सेवन करने से उसमें अमृत का असर पैदा होता है । साथ ही आरोग्य की भी प्राप्ति होती है। यह भी मान्यता हैकि आंवला की उत्पति समुद्र मंथन से प्राप्त हुए अमृत को ग्रहण करने के लिए देवताओं और असुरों में हुई छीना-झपटी से पृथ्वी पर गिरी अमृत की बंदों से हुई। इसलिए इसे अमृत वृक्ष कहा जाता है। इसके फल अनेक प्रकार की बीमारियों में औषधि के रूप में प्रयुक्त होता है। आंवला वृक्ष की पूजन से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती है। आंवला वृक्ष की पूजा करने से सुख- समृध्दि और आरोग्यता बनी रहती है। वृक्ष की पूजा में मालती देवी, राखी जायसवाल, उषा जायसवाल, सोनम जायसवाल, तारा देवी, संगीता जायसवाल, काव्या जायसवाल, रजनी जायसवाल, आदि कई महिला श्रध्दालु उपस्थित थे।