कार्यशाला : गिरिडीह में आयोजित दो दिवसीय इलेक्ट्रो होम्योपैथिक कार्यशाला में झारखंड व बिहार के चिकित्सकों ने लिया हिस्सा, डॉ रिहानुल ने कहा—इस पैथी में हर रोग का इलाज है संभव है
इलेक्ट्रो होम्योपैथिक रिसर्च फाउडेशन (इंडिया) की ओर से गिरिडीह स्थित मीर बैंक्वेट हॉल में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें झारखंड व बिहार के डॉक्टरों ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला में मुरादाबाद से आए डॉ रिहानुल हुदा ने मॉडर्न इलेक्ट्रो होम्योपैथिक सिस्टम के बारे में विस्तार से समझाया। कहा कि इस पैथी में किसी भी रोगों का इलाज संभव है। स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ ज्याउल हसन ने कहा कि आज आधुनिक चिकित्सा में जांच करने की बहुत सारी विधियां हैं, जिससे बहुत सारे नुकसान भी है। वहीं, इस चिकित्सा पद्धति में किसी प्रकार के साइड इफेक्ट नहीं हैं। बोकारो जिला कोऑर्डिनेटर डॉ परमानंद चंद्रवंशी ने कहा कि इलेक्ट्रो होम्योपैथिक की दवा शुद्ध शाकाहारी, पेड़-पोधों से बनाई जाती है, जिससे जटिल बीमारियों का निदान तुरंत संभव है। इस कार्यशाला में जिला कोऑर्डिनेटर डॉ अशोक ठाकुर, डॉ. राजेश कुमार, डॉ चांदसी रविदास, रांची के डॉ कुमुद श्रीवास्तव, जमशेदपुर के डॉ मनोज गुप्ता, देवघर के डॉ उत्तम कुमार सिंह, रामगढ़ के डॉ नीरज कुमार, गया के डॉ नौशाद आलम, बोकारो के डॉ. विश्वजीत कुमार, डॉ भोलानाथ सिंह व कटिहार के डॉ रामचंद्र ठाकुर सहित झारखंड बिहार राज्य के अलग-अलग जिले के चिकित्सकों ने हिस्सा लिया।