Chinmaya vidyalaya: चिन्मय विद्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन, प्रमुख सीओई रवि ने कहा —शिक्षण पद्धति से बच्चों के पठन-पाठन पद्धति में लाएं सकारात्मक बदलाव
Chinmaya vidyalaya : चिन्मय विद्यालय बोकारो में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नई दिल्ली की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला का विषय ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर था।
न्यूज़ इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: चिन्मय विद्यालय बोकारो में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नई दिल्ली की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला का विषय ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर था। जिसमें 80 विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य, उप-प्राचार्य, सीनियर शिक्षक एवं शिक्षक उपस्थित थे। कार्यशाला का शुभारंभ सीबीएसई पटना के प्रमुख सीओई रवि प्रकाश, , शैलेश कुमार सोनी, उपनिदेशक आईएसटीएम (भारत सरकार), आशीष बोस, राघवेंद्र कुमार, अनुभाग अधीकारी सीबीएसई, पटना ज्योति प्रसाद, सीबीएसई, पटना चिन्मय विद्यालय के सचिव महेश त्रिपाठी, प्राचार्य सूरज शर्मा, उप-प्राचार्य नरमेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
शिक्षक अपनी शिक्षण पद्धति में नए-नए अपडेट्स लाएं
सीओई प्रमुख ने निदेशक प्रशिक्षण नई दिल्ली मनोज श्रीवास्तव द्वारा भेजे गये संदेश को पढा एवं सभी का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यह सीबीएसई नई दिल्ली एनईपी 2020 द्वारा निर्धारित दृष्टिकोण से शिक्षण पद्धति के साथ कार्यशाला का आयोजन करती है। जिससे कि शिक्षक अपनी शिक्षण पद्धति में लगातार नए-नए अपडेट्स लाएं और बच्चों को यथासंभव लाभ पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि आज के समय में नित्य दिन नए-नए परिवर्तन आ रहे हैं, इसलिए सीबीएसई नई दिल्ली एवं उससे संबंधित सभी विद्यालयों का कर्तव्य है की नई शिक्षा नीति का अक्षरसह पालन करते हुए शिक्षण पद्धति के द्वारा बच्चों के पठन-पाठन पद्धति में सकारात्मक बदलाव लाएं ताकि बच्चे भविष्य में समाज, देश के साथ-साथ पूरे विश्व को ऊर्जा प्रदान कर सके।
सीबीएसई का प्रयास रहता है कि शिक्षक नित्य नए तरीके से अपडेट रहे
विद्यालय प्राचार्य सूरज शर्मा ने सभी मुख्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि सीबीएसई नई दिल्ली लगातार यह प्रयास करते रहती है कि उसके विद्यालय के शिक्षक नित्य नए तरीके से अपडेट रहे। जिससे वे विद्यालय में अध्यनरत बच्चों को नई शिक्षा नीति एवं उसकी पद्धति के माध्यम से शिक्षा प्रदान कर सके। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर कि इस कार्यशाला से अनुभव प्राप्त कर विभिन्न विद्यालयों में नई शिक्षा नीति के प्रति और अधिक जागरूक बढे़गी। कार्यशाला के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री एवं महान अर्थशास्त्री डाॅ मनमोहन सिंह के निधन पर दो मिनट मौन रख कर श्रद्धांजली अर्पित की गई।
शिक्षकों को कक्षा में सकारात्मक सोच के साथ प्रवेश करनी चाहिए
रिसोर्स पर्सन शैलेश कुमार सोनी एवं आशीष बोस ने कहा कि शिक्षकों को अपनी कक्षा में हमेशा सकारात्मक सोच के साथ प्रवेश करनी चाहिए। विद्यार्थियों के साथ कक्षा में एक अच्छे माहौल में पूरे ऊर्जा के साथ कार्यशील रहना चाहिए। कभी बच्चों को अपमानित नहीं करना है। कभी भी उनके साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव करते हुए कोई बात नहीं करनी है। दोनों सूत्रधारों ने बडे़ ही सरल एव शांत स्वभाव से पूरे कार्यशाला को आकर्षक बनाये रखा। उन्होने कई तरह की गतिविधियों के माध्यम से उदाहरण पेश किया और कहा कि आप सभी कक्षा में अपनी विषय को रोचक बनाने के लिए इसतरह के प्रयोग कर सकते है । कार्यशाला में आधुनिक शिक्षण पद्धतियों, नेतृत्व विकास क्षमता और प्रभावी संचार रणनीतियों से संबंधित विभिान्न विषयों को शामिल किया गया। कार्यशाला के संचालन में रागीनी मिश्रा, रजनीश चैधरी, समृति, रणधीर नारायण, पंचानंद शर्मा, रण विजय ओझा, अंजनी कुमारी व नितेश पाण्डेय ने भरपूर सहयोग किया।