Women’s Day: दमकेगी तू दामिनी बन तो कई घटाघोर घेरेंगे
Women’s Day: दमकेगी तू दामिनी बन तो कई घटाघोर घेरेंगे
क्रांति श्रीवास्तव
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: जो दरवाजे खुलेंगे तरक्की के
तेरे, तो कई दिलों के दरवाजे बंद भी होंगे।
जो कदम दौड़ेंगे तेरे आसमान छूने
तो कई पैरों के नीचे से ज़मीन खींच लेंगे।
जो चमक फैलेगी तेरी चहूं ओर
तो कई राहों में राख बिखेरेंगे।
जो दमकेगी तू दामिनी बन तो कई घटाघोर घेरेंगे।
आंखें नम होगी तेरी जब
सफलता के शिखर पर
तुझे अपने नहीं दिखेंगे।
पर महावर लगे पैरों से
तू आसमान नाप लेना,
मेहंदी लागे हाथों से निशाने भेद देना।
चूड़ियों की खनक रिपुओं को चेताती हैं,
तू हुलास कर संस्कारों की ध्वजा थाम लेना।
लाज़मी है कि उठेंगे कई सवाल
पर जवाब में मत उलझना,
प्रश्नों के चक्रव्यूह में कतई ना फंसना,
तेरा निशान मीन नहीं
मीन की आंख हैं,
सधे कदमों से
स्त्रित्व को संभाले
नारित्व को निखारे
तू मंदार सी चमक उठना।
महिला दिवस कि हार्दिक शुभकामनाएं
08/03/2025