UP News: अंबेडकरवादी पालतू मधुमक्खी नही हैं, दूर ही रहो

UP News: ब्राह्मणवाद और वर्ण व्यवस्था पर ढुल मुल नीति अपनाने वाले गांधी और नेहरू को निपटाने के बाद इनमें इतना दुस्साहस आ गया है कि यह अब बाबा साहब डॉक्टर अम्बेडकर को टार्गेट कर निपटाने पर तुल गये हैं?

 

गौतम राणे सागर

न्यूज इंप्रेशन

Lucknow: मनुवादियों द्वारा बाबा साहब डॉक्टर अम्बेडकर पर संविधान निर्माण को लेकर जो हमले किए जा रहे हैं क्या हैं उसके मायने? ब्राह्मणवाद और वर्ण व्यवस्था पर ढुल मुल नीति अपनाने वाले गांधी और नेहरू को निपटाने के बाद इनमें इतना दुस्साहस आ गया है कि यह अब बाबा साहब डॉक्टर अम्बेडकर को टार्गेट कर निपटाने पर तुल गये हैं? सनद रहे कि मनुवादी ताकतें मनुस्मृति के आधार पर संविधान का निर्माण करना चाहती थी इनके मार्गदर्शन में वह हिमालय की चट्टान की तरह डटे रहे। अन्ततः धर्म निरपेक्ष संविधान बनाने में बाबा साहब सफ़ल रहे। मनुवादियों होश में आओ बाबा साहब डॉक्टर अम्बेडकर गांधी और नेहरू नही थे जो दोहरे चरित्र पर चलते थे। गांधी और नेहरू को तुम निपटा सकते हो, उन्होंने तुम्हें पाला पोसा है। तुम एहसानफ़रमोश उन्हें धोखा दे सकते हो। अंबेडकरवादी तुम्हारी यूरेशियाई नस्लों के संकर डीएनए से बख़ूबी वाक़िफ हैं। वह देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने को तैयार हैं। यदि तुममें तब भी सुधार नही आया तो देश को खंडित करने की तुम्हारी साज़िश को निष्फल ही नही करेंगे, दण्डित कर यूरेशिया भी डिपोर्ट कर सकते हैं। तुम्हें बेहतर तरीके से मालूम है नरभक्षी पैदा नही होते तुम्हारे जैसे कुछ कमीनों द्वारा बनाए जाते है। एक नरभक्षी के लिए तुम जैसे देश के गद्दारों का लहू निचोड़ना अत्यन्त प्रिय हो जायेगा। गांधी और नेहरू के चेलों को धौंस दो, अम्बेडकर के चेले बहुत ही शांतिप्रिय लोग हैं अपनी चमड़ी उधेड़ने के लिए इन्हें उकसाओ मत। इतनी मेहरबानी करो। मत डालो जंगली मधुमक्खियों के छत्ते में हाथ नियोग पुत्रों।

(प्रदेश प्रभारी, बहुजन मुक्ति पार्टी उप्र)

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