Shibu Soren Birthday: बोकारो के चलकरी में गुरूवार को झारखंड आंदोलनकारियों ने दिशोम गुरू शिबू सोरेन का मनाया 80वां जन्मदिन।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता बोकारोः बोकारो के चलकरी में गुरूवार को झारखंड आंदोलनकारियों ने दिशोम गुरू शिबू सोरेन (Shibu Soren Birthday) का 80वां जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटकर उनके दीर्घायु होने की कामना की। इस मौके पर झामुमो के वरीय नेता काशीनाथ केवट ने कहा कि शिबू सोरेन ने अपना पूरा जीवन झारखंडियों के उत्थान में लगाया। उन्होंने पृथक झारखंड राज्य के आंदोलन के साथ-साथ महाजनी प्रथा और सूदखोरी प्रथा को खत्म करने के लिए सफल आंदोलनों का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्हें यातना भी सहना पड़ा। वे झारखंड के मुख्यमंत्री समेत केंद्रीय कोयला मंत्री का पद संभाल चुके हैं। अभी वे राज्यसभा के सदस्य हैं। चलकरी के बाशिंदों पर बड़ा एहसान केवट ने कहा कि शिबू सोरेन का चलकरी के बाशिंदों पर बहुत बड़ा एहसान है। उन्होंने कहा कि चाहे जनता की इज्जत प्रतिष्ठा बचाने का सवाल हो या फिर विस्थापितों पर दमनचक्र का, हर उस समय दिशोम गुरू शिबू सोरेन चट्टान की तरह खड़े नजर आए। 70 के दशक का वाकिया है, जब चलकरी व झुंझको में ग्रामवासियों के अधीनस्थ प्राईवेट कोयला खदान लीज पर चला करता था। एक व्यवस्था के तहत कोऑपरेटिव और छोटे छोटे समूह बनाकर ग्रामीणों द्वारा कोयला खदानों को संचालित करना और कोयले का रेजिंग व बिक्री किया जाता था। उस समय धनबाद के सूर्यदेव सिंह, केपी सिंह, सीडी सिंह आदि बड़े कोयला माफियाओं की गिद्ध दृष्टि इस पर पड़ी थी और अपने ग्राम की जमीन पर मिलजुलकर चला रहे कोयला खदानों को ग्रमीणों के हाथों से इन माफियाओं ने गुंडों के बल पर छीन लिया था। लोगों की आजीविका का साधन तो छीन ही लिया था लेकिन गुंडागर्दी का आलम ऐसा कि गांववालों को खदान तरफ जाना भी दुश्वार हो गया था। माफियाओं के गुंडे अपने को लोहा सिंह, चट्टान सिंह, उठापटक सिंह कहते थे। ग्रामवासियों का अस्मत पर संकट आतंक इतना कि ग्रामवासियों का इज्जत अस्मत पर संकट आ गया था। ऐसे संकट से त्राण पाने के लिए चलकरी के बाशिन्दों ने बेरमो बोकारो में अवस्थित सभी नेताओं अर्थात बिन्देश्वरी दुबे से लेकर सभी नामी गिरामी नेताओं से आरजू मिन्नतें की थी और सबों ने नकारात्मक उत्तर दिया था। अंत में लोगों नें शिबू सोरेन से संपर्क साधा। शिबू सोरेन दूसरे ही दिन चलकरी आए तथा स्कूल मैदान में एक बड़ी सभा किये थे। शिबू सोरेन ने उसी सभा से ऐलान किया था कि माफियाई गुंडे आज रात तक भाग सके तो भाग जाएं अन्यथा कल सबों को खदेड़ दिया जाएगा। लेकिन आतंक के पर्याय बने ये मनबढु गुंडे नहीं भागे और उल्टा पुटुस जिला कहकर उपहास उड़ाया।
गुंड़ों की खूब की गयी पिटाई दूसरे दिन लालू सोरेन व रामू सोरेन के नेतृत्व में जुलूस निकला और कोलियरी स्थल पर पहुँचकर गुंडों की खूब पिटाई की गई थी। कितनों का हाथ पैर तोड़कर दामोदर नदी पार कर दिया गया था। इस प्रकार चलकरी और आसपास के गांव वासियों की इज्जत बची थी। मौके पर मो जहांगीर, चुनिलाल केवट, कौशल केवट, गुजर सिंह,भूषण केवट, रामप्रसाद, टेकलाल, राजेश सहित अन्य मौजूद थे।