Shahitkar Pranesh Kumar: जनवादी लेखक संघ के वरिष्ठ साहित्यकार एवं झारखंड के उपाध्यक्ष प्राणेश कुमार अब हमारे बीच नहीं रहें। विगत 20 फरवरी को प्रातः उनका निधन हो गया।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता Bokaro: जनवादी लेखक संघ के वरिष्ठ साहित्यकार एवं झारखंड के उपाध्यक्ष प्राणेश कुमार अब हमारे बीच नहीं रहें। विगत 20 फरवरी को प्रातः उनका निधन हो गया। वे लम्बे समय से कैंसर जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे थे। उन्हें स्मरण करने के लिए सोमवार की शाम सेक्टर 4एफ में कवि कथाकार प्रहलाद चन्द्र दास के आवास पर शोक सभा का आयोजन किया गया। कई पत्र-पत्रिकाओं के संपादक रहे इस अवसर पर बोकारो शहर के अनेक साहित्यकार उपस्थित हुए। कवि गोपाल प्रसाद ने उन्हें याद करते हुए कहा कि प्राणेश कवि के साथ-साथ कई पत्र-पत्रिकाओं के संपादक रहे हैं। वे छंद और मुक्त छंद में कविताएं लिखते थे। वे झारखंड जलेस के महत्वपूर्ण सूत्रधार थे। लेखक प्रहलाद चन्द्र दास ने कहा कि वे हमारे संगठन के महत्वपूर्ण सदस्य थे। वे नवोदित लेखकों को हमेशा लिखने के लिए प्रोत्साहित किया करते थे।
वे साहित्य के प्रति हमेशा रहते थे सक्रिय इस अवसर पर जलेस झारखंड के राज्य सचिव कुमार सत्येंद्र ने प्राणेश के व्यक्तित्व और उनके कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे साहित्य के प्रति हमेशा सक्रिय रहते थे। वे लगातार सृजन में डूबे हुए रहते थे, पर अफसोस कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला। मौके पर अनेक लेखकों ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कवि शांति भारत, श्याम सुंदर केवट, प्रदीप कुमार दीपक, वसुन्धरा भारती, जलेस बोकारो के सचिव अजय यतीश सहित अन्य उपस्थित थे।