DAV Bokaro Sector 6: बोकारो के डीएवी सेक्टर 6 में बुधवार को हिंदी दिवस पर संगोष्ठी का किया गया आयोजन। प्राचार्य ने कहा–हिंदी की उपेक्षा का प्रमुख कारण बदलती मानिसकता।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: बोकारो के डीएवी सेक्टर 6 (DAV Bokaro Sector 6) में बुधवार को हिंदी दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन प्राचार्य बीएमएल दास, प्रभारी नागेंद्र प्रसाद, हिंदी शिक्षक बालशेखर झा, नीलम झा ने संयुक्त रूप से किया। प्राचार्य श्री दास ने कहा कि जब तक हम दैनिक उपयोग में हिंदी का अधिक से अधिक प्रयोग नहीं करेंगे, तब तक हमारी हिंदी भाषा उपेक्षित ही रहेगी। हिंदी की उपेक्षा का प्रमुख कारण हमारी बदलती मानिसकता है। जरूरत के अनुसार अंग्रेजी भाषा का उपयोग करने की जरूरत है। लेकिन स्थिति उल्टी हो गई है। हम अंग्रेजी भाषा के गुलाम से हो गये हैं। बिना अंग्रेजी के एक कदम चलना नहीं चाहते हैं। हिंदी में वह ताकत है, जो हमें सबसे अलग खड़ी करती है। साथ ही अपनी भावना व जज्वात को एक-दूसरे तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हिंदी से ही है हमारी पहचान बाल शेखर झा, नीलम झा, अखिलेश कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि मुझे गर्व है कि मैं शिक्षक हूं। हमारी मातृभाषा हिंदी है। हिंदी से ही हमारी पहचान है। दुःख है कि आज के समय में अंग्रेजी को प्राथमिकता मिल रही है। किसी भी कार्यालय में जाने पर अधिकांश लोग अंग्रेजी में ही अभिवादन करते हैं। इस दौरान खुद को चुस्त-दुरुस्त मानते हैं, जबकि असल में हिंदी से स्वागत करने पर बेहद खुशी होती है। समय परिवर्तन का है। मौके पर ये थे मौजूद इस अवसर पर प्रशांत कुमार, गौतम कुमार सिंह, कुमार समरेश, रूबी यादव, ममता कुमारी, भावना घाले, सरोज कुमारी, तनु कुमारी, पुतुल मंडल, श्याम भूषण श्रीवास्तव कैलाश, हराधन झा सहित शिक्षक, शिक्षिका व शिक्षकेतर कर्मचारी मौजूद थे।