Rotary Club Chas: रोटरी क्लब चास ने स्वावलंबन योजना के तहत 18 ग्रामीण महिला लाभुकों के बीच वितरण किया मुर्गी व बत्तख के चूजे। शिव प्रकाश ने कहा बत्तख पालन और मुर्गी पालन से आत्मनिर्भर बनेंगे ग्रामीण।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: बोकारो के रोटरी क्लब चास (Rotary Club Chas) की ओर से स्वावलंबन योजना के तहत कांड्रा पंचायत के रामडीह गांव की 18 ग्रामीण महिला लाभुकों के बीच मुर्गी के चूजे एवं बत्तख के चूजे का वितरण किया गया। रोटरी के शिव प्रकाश बागड़िया ने 18 लाभुकों के बीच निःशुल्क 25 चूजे व 10 बतख चूजे प्रति लाभुकों के बीच वितरण किया गया। उन्होंने कहा कि चूजा एवं बत्तख चूजा पालने से ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। बगड़िया ने कहा कि इससे ग्रामीण आत्मनिर्भर बन स्वरोजगार से जुड़ेंगे।
चूजा पालन से ग्रामीणों बनेंगे स्वावलंबी
इसके पूर्व सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए चास रोटरी की अध्यक्ष पूजा बैद ने कहा कि रोटरी चास चूजा पालन के माध्यम से ग्रामीणों को जीविकोपार्जन कर उन्हें स्वावलंबी बनाना चाहती है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ सुमन ने ग्रामीणों को बतख पालन के संबध में विस्तारपूर्वक जानकारियां एवं रोग से बचाव के संबंध में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि झारखंड के ग्रामीण क्षेत्र में बत्तख की काफी ज्यादा मांग होती है और सेहत के लिए बत्तख एवं अंडे दोनों काफी लाभदायक होते हैं। डॉ सुमन ने बताया की एक बत्तख साल में लगभग 200 अंडे दे देती है।
बत्तख पालन कम समय में लाभ देने वाला व्यवसाय रोटरी चास के संस्थापक अध्यक्ष संजय बैद ने कहा कि बत्तख पालन कम समय में लाभ देने वाला व्यवसाय है और इससे ग्रामीणों में आत्मनिर्भरता से खुशहाली बढ़ेगी। रोटरी क्लब चास की सचिव डिंपल कौर ने कहा की क्लब अपने सामाजिक दायित्व के तहत ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है। डिंपल ने कहा की पूर्व में भी चास रोटरी क्लब द्वारा स्वावलंबी योजना के तहत चूजों का वितरण किया गया था।
मौके पर ये थे मौजूद इस अवसर पर रोटरी जिला की प्रथम महिला रोटेरियन रंजना बगड़िया भी उपस्थित थी। कार्यक्रम में सहायक जिला पाल संध्या राज, डॉ पुष्पा, डॉ परिंदा सिंह, नरेंद्र सिंह, माधुरी सिंह, बिनोद चोपड़ा, मुकेश अग्रवाल, मंजीत सिंह, बिनय सिंह, प्रेम शंकर सिंह, अर्चना सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।