World Heart Day 2023 : दुनिया में दिल की बीमारी से मरने वालों की संख्या, कोरोना काल के बाद युवा वर्ग हो रहे हैं हार्ट अटैक के शिकार
World Heart Day 2023 : 29 सितंबर को पूरी दुनिया में वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है. वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में दिल की बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है. वर्ल्ड हार्ट डे 2023 का थीम है ’दिल को किस तरह से सेहतमंद या हेल्दी रखें’ और दिल को जाने। हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण है स्मोकिंग, युवा वर्ग हो रहे हैं शिकार।
रिपोर्ट : गीता कुमारी, बोकारो
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro : 29 सितंबर को पूरी दुनिया में वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है. वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में दिल की बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है. वर्ल्ड हार्ट डे 2023 का थीम है ’दिल को किस तरह से सेहतमंद या हेल्दी रखें’ और दिल को जाने।
बोकारो में हृदय रोगियों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है जो खतरे का संकेत है. मुख्य वजह है लाइफस्टाइल में बदलाव. बीपी (ब्लड प्रेशर) व मधुमेह (डायबिटिज) को नजरअंदाज करने के चलते लोग हृदय रोग की चपेट में आ रहे है. रिपोर्ट के अनुसार हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण स्मोकिंग है, इसमें हार्ट अटैक व कार्डिएक अरेस्ट सबसे अधिक है.
सरकारी व निजी अस्पतालों के साथ बोकारो जेनरल अस्पताल में काफी संख्या में ह्दय रोगी पहुंच रहे है. एक ओपीडी में (एक दिन बाद) आने वाले मरीजों की संख्या 40 से 45 है. रिव्यू में पुराने केस 40 से 50 (एक दिन बाद) होता है. ऐसे में हर माह लगभग 540 नये हृदय रोगी का इलाज हो रहा है. वेलमार्क हास्पिटल में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ सतीश कुमार (बीजीएच सेवानिवृत) वर्ष 2022 में 619 हृदय व वर्ष 2023 में नौ माह (जनवरी से 23 सितंबर तक) 233 मरीजों को ओपीडी में इलाज की है. हृदय रोग से जुडे चिकित्सक डॉ राहुल कुमार 30, डॉ निरंजन कुमार 20, डॉ सुजीत कुमार 25, डॉ शहनवाज 15 नये व पुराने मरीजों की जांच ओपीडी में कर रहे है.
हर माह 25 नये हृदय रोगी का इलाज
बोकारो जेनरल अस्पताल में हर माह 25 नये हृदय रोगी इलाज करने पहुंचते हैं. यानी हर साल 300 नये रोगी की जांच बीजीएच में होती है. पिछले पांच माह (अप्रैल से अगस्त 2023 तक) एनसीडी के आंकड़ों के मुताबिक कुल 12 हजार 891 मरीजों की स्क्रीनिंग हुई. इनमें डायबिटिज के 632 व हाइपरटेंशन के 292 मरीज हैं. साथ ही हाइपरटेंशन व डायबिटिज से ग्रसित लोगों की संख्या 155 है. इसमें महिला व पुरुष शामिल है.
चिकित्सकों की क्या है राय
-एनजाइना कोरोनरी हार्ट का एक संकेत
वेलमार्क अस्पताल, नयामोड के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ सतीश कुमार ने कहा कि दिल में दर्द को हम सीधे महसूस नहीं कर सकते हैं. छाती में दर्द से महसूस होता है. हृदय रोगों के कारण छाती में होने वाले दर्द को एनजाइना कहते हैं. एनजाइना तब होता है, जब हृदय की मांसपेशियों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त रक्त की आपूर्ति नहीं होती है. ऐसे में हृदय में दबाव महसूस होता है. एनजाइना कोरोनरी हार्ट का एक संकेत है. हार्ट अटैक में छाती में दर्द के साथ दूसरे कईं अन्य लक्षण दिखाई देते हैं.
-स्मोकिंग हार्ट अटैक का मुख्य वजह
बोकारो के डॉ अर्जुन प्रसाद ने कहा कि हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण स्मोकिंग है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक युवा वर्ग इस बीमारी के अधिक शिकार हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण है कोरोना काल के दौरान जो कोरोना से पीड़ित रहे, ठीक होने के बाद जीम में कठिन एक्सरसाइज करते हैं या ज्यादा भाग दौड़ कर रहे हैं, वैसा युवक इसके शिकार हो रहे हैं। डायबिटिज, बीपी व मोटापा भी इस बीमारी का कारण है। लाइफस्टाइल व खानापान में बदलाव करके इससे बचा जा सकता है। 40 से अधिक उम्र के लोगों को नियमित शूगर व बीपी की जांच कराते रहना चाहिए।
-डायबिटीज के लोगों में हृदय रोगों का खतरा
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ निरंजन कुमार ने कहा कि टाइप वन व टाइप टू दोनों डायबिटीज हृदय रोग का खतरा बढ़ा देता हैं. रक्त में शूगर का अनियंत्रित स्तर रक्त नलिकाओं को संकरा बना देता है. धमनियों की खराबी हार्ट फेलियर, हार्ट अटैक या कार्डिएक अरेस्ट का कारण बन सकती है. डायबिटीज के 80 प्रतिशत लोगों में हृदय रोगों का खतरा होता है. डायबिटीज होने पर सावधानी बरतने की जरूरी है. बचाव के लिए व्यायाम व योग करें।
-सांस फूलने की समस्या गंभीरता से ले
केएम मेमोरियल अस्पताल, चास के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ डॉ सुजीत कुमार ने कहा कि सीढ़ियां चढ़ते हुए अकसर सांस फूलने लगती है. इसे चिकित्सीय भाषा में डिस्पनोइया कहते हैं. अगर लगातार सांस फूलने की समस्या हो तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए. ऐसे में हृदय की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है.