Eid-Milad Un Nabi 2023 : बोकारो जिले में ईद-मिलाद-उन-नबी का त्योहर सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया गया, सुरक्षा के पुख्या इंतजाम

Eid-Milad Un Nabi 2023 : ईद-मिलाद-उन-नबी का त्योहर बोकारो जिले सभी प्रखंड़ों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उल्लासपूर्वक व सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया। जिले के चास व बेरमो अनुमंडल के अलग-अलग थाना क्षे़त्रों में करीब 156 जुलूस निकाले गये। सुरक्षा के किए गये थे पुख्ता इंतजाम।

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता

बोकारोः ईद-मिलाद-उन-नबी का त्योहर (Eid-Milad Un Nabi 2023) बोकारो जिले सभी प्रखंड़ों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उल्लासपूर्वक व सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया। जिले के चास व बेरमो अनुमंडल के अलग-अलग थाना क्षे़त्रों में करीब 156 जुलूस निकाले गये।
जुलूस का मिलन अलग-अलग तय स्थानों पर किया गया। चास-बोकारो के सिवनडीह, सेक्टर नाईन, सिजुआ, हैसाबातु, भर्रा, मघदुमपुर, आजाद नगर, बालीडीह, कर्माटांड़, धंगरी, अगरडीह, बस्तेजी, राजा नगर, मोहनडीह, जाला, रामडीह सहित पूरे उत्तरी क्षेत्र में जुलूस का आयोजन किया गया। चास के अंसारी मोहल्ला, मुस्लिम मोहल्ला, सुलतान नगर, आजाद नगर से निकला जुलूस का महावीर चौक मिलान हुआ। जहां मुस्लिम भाइयों ने एक दूसरे को मुबारकवाद दिया और अमन चैन से त्योहार मनाने की अपील की। भर्रा बस्ती का जुलूस सेक्टर वन सिटी पार्क स्थित मजार शरीफ हजरत सैयद शाह खुंदकार चिश्ति रहमत उल्लाह अलेह पहुंचा। जहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फातिहा (प्रार्थना) किया और अमन चैन की दुआ मांगी। मजार के खादिम रहमत शाह ने बताया कि पैगंबर मोहम्मद साहब का आज जन्म दिन है। इसे जश्न के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर पूरे विश्व को प्रेम, भाईचारा, सहिष्णुता व शांति का पैगाम दिया जाता है। दोहपर में भर्रा से यहां जुलूस पहुंचा। भर्रा के आशीफ ने बताया कि जुलूस में शामिल लोगों के जलपान की व्यवस्था की गयी थी। सिवनडीह से निकला जुलूस भ्रमण करते हुए उकरीद मजार शरीफ पहुंचा। जहां जलसे के रूप में तब्दील हो गया।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जिला प्रशासन के मुताबिक बोकारो जिले के चास व बेरमो अनुमंडल के विभिन्न इलाकों से कुल 156 जुलूस निकाले गये। जुलूस के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये थे। जुलूस की निगरानी व शांतिपूर्ण माहौल में इसे संपन्न कराने के लिए दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल की तैनाती की गयी थी।

आपसी भाईचारे की दुआ मांगी 
ईद मिलादुन्नबी का आयोजन अंजुमन इस्लामुल मुस्लिमीन उकरीद के जानीब ने किया। इस अवसर पर अंजुमन इस्लामुल मुस्लिमीन के सदर हाजी शम्स तबरेज अंसारी, महासचिव जान मोहम्मद अंसारी, सचिव मोहम्मद अब्बास अंसारी, लीम अंसारी, समाजसेवी रिजवान उल हौदा उर्फ कारी साहब ने संयुक्त रूप से कहा कि हमारे पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहो वाले वसल्लम ने दुनिया यानि सारे कायनात को इंसानियत का पैगाम दिए। अंजुमन के अध्यक्ष हाजी संस तमरेज अंसारी ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की सफल आयोजन के लिए धन्यवाद किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में हाजी समस्त तमरेज अंसारी, मोहम्मद अब्बास अंसारी, कलीम अंसारी, झामुमो के अब्दुल कलाम अंसारी, हसन इमाम अंसारी, मोहम्मद फारूक अंसारी, इमाम उल हक, मुखिया अजहरुद्दीन अंसारी, नसरुल हक शाहबाज, हाजी कमरुल हक सहित अन्य का अहम भूमिका रही।

मिलादखानी का आयोजन
भर्रा का जुलूस सिटी पार्क मज़ार शरीफ पहुंचा, जहां मिलादखानी का प्रोग्राम किया गया। जुलूस में जमील अख्तर, मिस्वाउद्दीन अंसारी , अब्दुल मलिक , मेराज अंसारी, एहसान जानी, अनीस अंसारी, सरफराज अंसारी, अयूब अंसारी, मनोज, शहीद राजा, अरमान शाह, खादिम इनायतुल हक शाह, मुस्ताक, खालिद शाह, रहमत शाह, मेराज शाह सहित अन्य शामिल थे।

कसमार में निकाला गया जुलूस
कसमार प्रखंड में ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर विभिन्न गांवों में जुलूस निकाला गया। इधर बगियारी गांव से जुलूस निकला जो बगदा बाजारटांड तक पहुंचा। उसी तरह से सुरजुडीह, गर्री, मंजूरा, हरनाद, करमा, मधुकरपुर,रांगामाटी, मायापुर, बगदा, खैराचातर, मोचरो, कुरको, ललमटिया, नावाजारा, सूयाडीह समेत कई गांव व टोलों में जुलूस निकाला गया। जुलूस में काफी संख्या में बच्चें और नौजवान तथा बुजुर्गो के हाथों में झंडे लिए नारे लगाते रहे। बगियारी के सेक्रेटरी जैनुल आवेदिन व सदर जावेद अंसारी ने कहा आज का दिन मुसलमानों के लिए खुशी का दिन है। आज से कबल 1400 साल पहले पैगंबर मोहम्मद साहब सर जमीने मक्का में पैदा हुए। बताया जाता है कि हजरत मोहम्मद साहब के आने से पूर्व दुनिया में बुराई ऐसे फैल गई थी कि मानो इंसान के अंदर से इंसानियत ही निकल चुकी थी। एक इंसान दूसरे इंसान के खून के प्यासे बन चुके थे। लोग नफरतों के साए में जी रहे थे। औरत नफरत की चीज नहीं है औरत तो प्यार करने की चीज है। हजरत मोहम्मद साहब ने अपने शिष्यों को बुराई से बचने और अच्छाई की दावत दी बुरा और भला का फर्क बताया। काफिला बगियारी के नुरी मस्जिद से निकल कर बगदा बाजारटांड़ तक पहुंचा, जुलूस में मो इब्राहिम अनसारी, अली इमाम अंसारी, इसराइल अंसारी,सलीम अख्तर, मुस्लिम रजा, शेरे मोहम्मद, नसीमुद्दीन अंसारी, राजाबाबु, जलील अंसारी, हाफिजउददीन अंसारी,समीउललाह अंसारी, शौकत अंसारी, मुस्ताक अंसारी, अली इमाम साहब, इंसान अंसारी, रबुल अंसारी सहित अन्य उपस्थित थे।

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