National Children Science Congress 2023 in GGPS: जीजीपीएस में 31वीं जिला स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन, 42 स्कूलों के बाल वैज्ञानिक ने लिया हिस्सा

National Children Science Congress 2023 in GGPS: जीजीपीएस में 31वीं जिला स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का किया गया आयोजन। समारोह में बोकारो जिले के 42 स्कूलों के 250 बाल वैज्ञानिक व शिक्षकों ने हिस्सा लिया।

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता

Bokaro : भारत सरकार के राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद के तत्वावधान में सायंस फॉर सोसायटी, बोकारो की ओर से 31वां जिला स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस (National Children Science Congress) का आयोजन जीजीपीएस, सेक्टर 5 में किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में बीएसएल सेल के कार्यकारी निदेशक राजन प्रसाद थे।

250 बाल वेज्ञानिक व शिक्षकों ने लिया हिस्सा
एनसीएससी का मुख्य विषय था “स्वास्थ्य और भलाई के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना“। इस कार्यक्रम में बोकारो जिले के लगभग 42 स्कूलों के 250 बाल वैज्ञानिक व शिक्षकों ने हिस्सा लिया। इसके माध्यम से एक रोमांचक और शैक्षिक कार्यक्रम के लिए मंच तैयार किया गया। जो पर्यावरण चेतना और युवा वैज्ञानिक दिमागों के पोषण के विषय का उदाहरण प्रस्तुत करता है।

विज्ञान व इकोसिस्टम की दी जानकारी
मुख्य अतिथि ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए विज्ञान तथा इकोसिस्टम के बारे में जानकारी दी। उ्रन्होंने कहा कि पारिस्थितिकी तंत्र ’बायोस्फीयर’ की नींव हैं। पृथ्वी के प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखते हैं। पारिस्थितिकी तंत्र में प्रत्येक जीव एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जीजीपीएस के प्राचार्य सह ऑर्गेनाइजिंग प्रेसिडेंट सौमेन चक्रवर्ती ने स्वागत भाषण में इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम की मेजबानी के लिए अपना उत्साह और आभार व्यक्त किया। उन्होंने युवा वैज्ञानिक दिमागों को बढ़ावा देने के महत्व और आज हमारी दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों को समाधान करने में विज्ञान की भूमिका पर जोर दिया।

बच्चों में वैज्ञानिक चेतना है भरना

जीजीईएस के अध्यक्ष तरसेम सिंह ने कहा कि विज्ञान कांग्रेस का उद्देश्य प्रतिभाओं की खोज और बच्चों में वैज्ञानिक चेतना भरना है। इससे बच्चों, अभिभावकों तथा शिक्षकों में वैज्ञानिक चेतना का विकास होगा, जिससे लंबे समय में समाज को काफी फायदा पहुंचेगा। जीजीईएस के सचिव एसपी सिंह ने अपने संदेश में कहा कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस एक ऐसा मंच है जो बच्चों को सूक्ष्म स्तर पर छोटी-छोटी गतिविधियां करने का अवसर देता है।

जय विज्ञान, जय अनुसंधान से भरा उत्साह
साइंस फॉर सोसाइटी के महासचिव राजेंद्र कुमार और सीआरएम के मुख्य महाप्रबंधक व साइंस फॉर सोसाइटी के चेयरमैन से जुड़े दीपक राय ने ज्ञानवर्धक और विचारोत्तेजक संबोधन प्रस्तुत किया। महासचिव ने समाज की भलाई के लिए विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। साथ ही विज्ञान द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने जय विज्ञान, जय अनुसंधान, जय भारत, जोहार झारखंड के नारे से बच्चों में उत्साह भरा। साइंस फॉर सोसाइटी, बोकारो के प्रेसिडेंट डॉ. टी पांचाल द्वारा कार्यक्रम के निर्णायकों के परिचय के साथ संपूरित किया गया।

दिया गया डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आवार्ड
एसएफएस झारखण्ड की ओर से डॉ एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड मेंटर्स जीजीपीएस प्राचार्य सौमेन चक्रवर्ती, डीपीएस बोकारो के उपप्राचार्य अंजनी भूषण, डीपीएस की उपप्राचार्या मनीषा शर्मा को प्रदान किया गया। यह पुरस्कार विद्यार्थियों के लिए किये गए विशेष सायंस गतिविधियों के लिए दिया गया। समारोह में छोटे बच्चों ने मनमोहक समूह नृत्य का प्रदर्शन किया। उनके प्रदर्शन ने कार्यवाही में खुशी और मासूमियत का स्पर्श जोड़ा, जो हमारे भविष्य को आकार देने और विज्ञान को बढ़ावा देने में बच्चों की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है। समारोह में बोकारो इस्पात नगर के विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन एसएफएस के एसपी सिंह ने किया।

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