जात पात की करो विदाई, मानव मानव भाई भाई, आचार्य रमेंद्रानंद ने कहा एक आदर्श मानव समाज की स्थापना के लिए दहेज मुक्त-अंतर्जातीय विवाह जरूरी   

Bokaro: आनंद मार्ग प्रचारक संघ के तत्वावधान में बोकारो के सरिता देवी व रविंद्र कुमार की प्रथम सुपुत्री सुपर्णा कुमारी का शुभ विवाह जमशेदपुर के मौसमी डे व प्रवीण डे के सुपुत्र प्रतीक डे के साथ 21 नवंबर 2022 को नया मोड़ स्थित बिरसा आश्रम बैंकट हॉल में संपन्न हुआ। यह विवाह आनंदमार्ग चर्याचर्य विधान के अनुसार संपन्न कराया गया। आनंद मार्ग विधान के अनुसार दहेज मुक्त और अंतरजातीय विवाह कराई जाती है, जिससे समाज में बनी हुई कुरीतियों एवं जात-पात रूपी कोढ को जड़ से समाप्त किया जा सके। बताते चलें इस विवाह में वर पक्ष की ओर से आचार्य रमेंद्रानंद अवधूत एवं वधू पक्ष की ओर से अवधूतिका आनंद चितप्रभा आचार्या ने पुरोहित का कार्य संपन्न किया। इस विवाह के मौके पर मुख्य रूप से आनंदमार्ग के वरिष्ठ आचार्य स्वरूपानंद अवधूत, आचार्य संपूर्णानंद अवधूत, आचार्य सत्याश्रयानंद अवधूत, आचार्य रमेंद्रानंद अवधूत, आचार्य अभीधर्मानंद अवधूत, आचार्य अनिर्वाणiनंद अवधूत, आचार्य ब्रजप्राणानंद अवधूत, अवधूतिका आनंद शाश्वती आचार्या, अवधूतिका आनंद चितप्रभा आचार्या एवं ब्रह्मचारिणी संबित आचार्या, चंद्रेश्वर प्रसाद साह, शेखर कुमार, शंकर महतो, नितिन कुमार, इकाई सचिव रामगोविंद, हरिहर, मीनू देवी, सिंधु देवी, लीला देवी, जय गोविंद, विकास श्रीवास्तव, रघुनंदन प्रसाद, हृदयेश ब्रह्मचारी इत्यादि अनेक गणमान्य लोगों ने शामिल होकर वर वधु को आशीर्वाद दिए। आज मानव समाज में दहेज प्रथा को लेकर बहू एवं बेटियों को कई तरह के परेशानियों से गुजारना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए भगवान श्रीश्री आनंदमूर्तिजी ने इस समस्या के स्थाई निदान के लिए उन्होंने दहेज मुक्त-अंतरजातीय विवाह जिससे विप्लव विवाह के रूप में जाना जाता है, अपने विधान चर्याचर्य प्रथम भाग में उल्लेख कर एक सुंदर मानव समाज के निर्माण के लिए आवश्यक बताया और प्रत्येक आनंद मार्गी लिए पालन अनिवार्य किया है। खबर की पूरी जानकारी आनंद मार्ग प्रचारक संघ, बोकारो के अतिरिक्त विधि सचिव आचार्य रामेंद्रानंद अवधूत ने दी।

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