Jharkhand Sahitya Akadami: तीसरी बार प्रदेश के पुरोधाओं की स्मृति में स्मृति सम्मान- 2025 देने की घोषण, 16 साहित्यकारों को दिया गया सम्मानित
Jharkhand Sahitya Akadami: झारखण्ड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति द्वारा हिंदी साहित्य, क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तीसरी बार प्रदेश के पुरोधाओं की स्मृति में स्मृति सम्मान- 2025 देने की घोषण की गई।
न्यूज़ इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: झारखण्ड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति द्वारा हिंदी साहित्य, क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तीसरी बार प्रदेश के पुरोधाओं की स्मृति में स्मृति सम्मान- 2025 देने की घोषण की जाती है, ताकि झारखण्ड में साहित्य अकादमी की स्थापना की दिशा में सरकार का ध्यान आकर्षित किया जा सके। उक्त समिति का लक्ष्य साहित्य को समर्पित संस्था यानी साहित्य अकादमी का गठन, पत्रिका और पुस्तक प्रकाशन के माध्यम से प्रदेश में साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देना है।
युवा साहित्यकारों को सम्मानित करने का लिया है निर्णय
झारखण्ड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर वर्ष 2025 के लिए हिंदी, क्षेत्रीय व जनजातीय साहित्य एवं संस्कृति के विकास के लिए इस बार शिखर सम्मान के साथ युवा साहित्यकारों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है, जिनकी उम्र पचास वर्ष या उससे कम है और जिन्होंने उत्कृष्ट लेखन के साथ इस अभियान को गति देने में सक्रियता व सद्भाव प्रदर्शित किया है।
सम्मानित होने वाले वरिष्ठ व युवा साहित्यकार
1-बिरसा मुंडा शिखर सम्मान -श्री अशोक प्रियदर्शी, रांची को समग्र साहित्यिक अवदान के लिए।
2- बिनोद बिहारी महतो स्मृति सम्मान- श्री शेखर मल्लिक, घाटशिला को उत्कृष्ट साहित्य लेखन के लिए।
3- राधाकृष्ण स्मृति सम्मान- सुश्री रश्मि शर्मा, रांची को कथा लेखन के लिए।
4-डॉ रामदयाल मुंडा स्मृति सम्मान – सुश्री रजनी गुप्ता, रामगढ़ को श्रेष्ठ लेखन के लिए।
5- भारत आयावर स्मृति युवा सम्मान -सुश्री सत्या शर्मा कीर्ति, रांची को समकालीन कविता के लिए।
6- कॉमरेड महेंद्र प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान- प्रणव प्रियदर्शी, रांची को साहित्य-पत्रकारिता के लिए।
7- रघुनाथ महतो स्मृति सम्मान – डॉ सुभाष कुमार यादव, धनबाद को विधा-वैविध्य के लिए।
8-सुशीला सामद स्मृति युवा सम्मान- सुश्री सुजाता कुमारी को समकालीन कविता के लिए।
9- सृष्टिधर महतो स्मृति युवा सम्मान- सुश्री गुलांचो कुमारी, हज़ारीबाग को कुड़माली भाषा संस्कृति के साथ हिंदी में समसामयिक लेखन लिए।
10- शिवनाथ प्रमाणिक स्मृति युवा सम्मान-नेतलाल यादव, गिरिडीह को खोरठा हिंदी कविता के लिए।
11-जगन्नाथ महतो स्मृति युवा सम्मान-डॉ हराधन कोयरी रांची को पंचपरगनिया साहित्य के लिए।
12- पॉल जूझार सोरेन स्मृति युवा सम्मान -महेंद्र बेसरा दुमका को संथाली हिंदी कविता के लिए।
13- डॉo डोमन साहू समीर स्मृति युवा सम्मान- रविशंकर शाह, देवघर को अंगिका हिंदी कविता के लिए।
14- भाषामित्र सम्मान- संघमित्रा रायगुरु, रांची को उड़िया हिंदी परस्पर अनुवाद के लिए।
15- नवल सृजन सम्मान- संतोष कुमार शर्मा रांची को नवलेखन के लिए।
16-भाषामित्र सम्मान- चेतना झा, रांची को साहित्यिक पत्रकारिता के लिए।
भविष्य में किया जाएगा विस्तार
भविष्य में प्रदेश की और भाषाओं को शामिल करते हुए इसका विस्तार भी किया जायेगा। उक्त सम्मानों के साहित्यकारों का चयन तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल के द्वारा किया गया है। इस बार समिति के अध्यक्ष शिरोमणि महतो, महासचिव नीरज नीर के साथ उपाध्यक्ष विनोदकुमार राज विद्रोही व कोषाध्यक्ष अनिल किशोर सहाय निर्णायक हैं। झारखण्ड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति द्वारा सम्मान आगामी माह झारखण्ड की राजधानी रांची में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित कर दिया जायेगा।