Hazaribag Violence: लाउडस्पीकर बांधने के विवाद पर डुमरौन में दो पक्षों के बीच झड़प, आधा दर्जन घायल, आगजनी में एक कार समेत आठ मोटरसाइकिल जलकर खाक

Hazaribag Violence: हजारीबाग जिले के इचाक क्षेत्र अंतर्गत डुमरौन गांव के पीपर टोला स्थित न्यू सनातनी हिंदुस्तान चौक पर महाशिवरात्रि पर लाउडस्पीकर का चोगा बांधने के विवाद में दो पक्षों के बीच झड़प हो गई। आधा दर्जन घायल, पुलिस ने संभाला मोर्चा, स्थिति नियंत्रण में।

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Hazaribag : हजारीबाग जिले के इचाक क्षेत्र अंतर्गत डुमरौन गांव के पीपर टोला स्थित न्यू सनातनी हिंदुस्तान चौक पर लगे लोहे के स्तंभ में महाशिवरात्रि पर लाउडस्पीकर का चोगा बांधने के विवाद में दो पक्षों के बीच झड़प हो गई। झडप के बाद हुई पत्थर बाजी में करीब आधा दर्जन लोग चोटिल हो गए। उपद्रवियों ने एक कार, आठ मोटरसाइकिल, एक स्कूटी और साइकिल को आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं उपद्रवियों ने सड़क पर खड़ी एक ऑटो को पलट दिया। एक मोटरसाइकिल को कुएं में धकेल दिया।
घटना के बाद गांव के गली-मोहल्लों में सन्नाटा
घटना में आठ वाहन जलकर खाक हो गये। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। घटना के बाद से पूरे डुमरांव गांव के गली मोहल्लों में सन्नाटा परसा हुआ है। उपद्रवियों ने घटना को अंजाम पुलिस की मौजूदगी में बुधवार सुबह आठ बजे दिया।

मामला सुलझाने के मकसद से थाना प्रभारी पहुंचे गांव
मामले को आपसी सामंजस्य से सुलझाने के मकसद से थाना प्रभारी संतोष कुमार सुबह गांव पहुंचे। जहां पंचायत प्रतिनिधियों व दोनों पक्ष के दर्जनों लोग मौजूद थे। एक पक्ष के लोग चौक स्थिति लोहे के स्तंभ में शिवरात्रि पर चोगा बांधने के पक्ष में थे तो दूसरे समुदाय के लोग इसके विरोध पर उतर आए। दोनों पक्षों को सुनने के बाद वहां मौजूद पुलिस और ग्रामीणों में सहमति बनी कि शिवरात्रि को देखते हुए दो दिन के बाद चोंगा खोल दिया जाएगा। इतना सुनते ही एक पक्ष के उपद्रवियों ने घरों की छत और मस्जिद कैंपस से पत्थर बाजी शुरू कर दी। अचानक पत्थर बाजी से वहां मौजूद लोग हक्का-बक्का रह गए। लोग कुछ समझ पाते इससे पूर्व दूसरे पक्ष के लोगों ने जवाबी पत्थर बाजी शुरू कर दिया। देखते ही देखते दोनों ओर से होती पत्थर बाजी से हिंदुस्तान चौक पर सन्नाटा पसर गया। पूरे गांव में अफरा तफरी मच गई।

पुलिस पदाधिकारी व जवानों ने मिलकर स्थिति को संभाला

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिला बल के अतिरिक्त जवानों के साथ कई थानों के पुलिस पदाधिकारी और सहायक एसपी श्रुति, एसडीपीओ अमित कुमार, एसडीओ लोकेश बारंगे, सीओ रामजी प्रसाद गुप्ता, बीडीओ संतोष कुमार, इंस्पेक्टर विनोद कुमार समेत कई थानों के पुलिस पदाधिकारी और जवानों ने मिलकर स्थिति को संभाला। उसके बाद पुलिस डुमरांव के हिंदुस्तान चौक पर कैंप कर रही है। स्थिति नियंत्रित में बताया गया। घटना को अंजाम देने के बाद उपद्रव में शामिल लोग घरों से फरार हो गए हैं। पुलिस इनकी तलाश कर रही है।

क्या है विवाद का कारण

शिवरात्रि के दिन न्यू हिंदुस्तान चौक पर लगे लोहे के स्तंभ में लाउडस्पीकर बांधने का विवाद स्कूल गेट पर मीनार बनाने से जुड़ा है। करीब एक डेढ़ साल के पूर्व एक पक्ष के लोगों द्वारा सरकारी स्कूल के गेट पर मीनार का निर्माण कर दिया गया। जिसका मामला थाना से लेकर एसडीओ और अंचलाधिकारी तक पहुंचा था पुलिस और प्रशासन ने आपसी समझौता करा कर मामले को सलटा दिया गया था। इसके बाद से होली, रामनवमी और पहली जनवरी को दो पक्षों के बीच झड़प का सिलसिला चलता रहा। कुछ दिन पूर्व न्यू हिंदुस्तान चौक पर एक पक्ष द्वारा लोहे का स्तंभ लगाने के बाद भगवा पताका फहराया गया था। जिसका मामला थाना पहुंचा था। इसी सिलसिले में शिवरात्रि के दिन एक पक्ष के लोग चौक स्थित स्तंभ में लाउडस्पीकर बांधना शुरू किया था। इसी बीच विवाद बढ़ गया जिसे सुलझाने थाना प्रभारी गांव पहुंचे थे। दोनों पक्षों के बीच समझौता हो चुका था। इसी बीच उपद्रवियों ने अचानक पत्थर बाजी शुरू कर दी। जिसके कारण स्थिति बेकाबू हो गयी।

क्या कहते हैं जिला परिषद अध्यक्ष
जिला परिषद अध्यक्ष उमेश प्रसाद मेहता ने मामले पर कहा कि सरकारी स्कूल के गेट पर मीनार बनाने को लेकर यह स्थिति उत्पन्न हुई है, उस समय एक पक्ष के लोगों ने पुलिस और प्रशासन को आवेदन देकर मीनार को हटाने का आग्रह किया था। किंतु पुलिस व प्रशासन ने मामले को गंभीरता से ना लेते हुए लीपा-पोती कर दी। जिसके कारण पहले रामनवमी फिर दशहरा, पहली जनवरी और अब महाशिवरात्रि के अवसर पर स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गया।
घटना के दिन नहीं पहुंचे विधायक सांसद
इचाक के डुमरौन गांव स्थित न्यू हिंदुस्तान चौक पर शिवरात्रि के दिन दो पक्षों के बीच उपजी ने विवाद हिंसक रूप ले लिया। बावजूद इसके सांसद व विधायक का डुमरौन नहीं पहुंचे। लोगों ने सांसद विधायक के प्रति रोष व्यक्त करते हुए कहा कि घटना पर जनप्रतिनिधि दर्शन नहीं देते किंतु बाद में आते जाते रहते हैं। दोनों के प्रति लोगों में आक्रोश व्याप्त है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *