Hazaribag News: योगेंद्र साव ने हेमंत सरकार व ऋत्विक माइनिंग कंपनी पर लगाए गंभीर आरोप, बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र में चल रहे खनन कार्यों का किया सनसनीखेज खुलासा 

Hazaribag News: योगेंद्र साव ने सोमवार यानी 1 सितंबर को हजारीबाग स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एनटीपीसी और ऋत्विक माइनिंग कंपनी भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 का खुला उल्लंघन कर रही हैं।

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता

Hazaribag: झारखंड के पूर्व कृषि मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगेंद्र साव ने सोमवार यानी 1 सितंबर को हजारीबाग स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में हेमंत सोरेन सरकार और एनटीपीसी के अधीन कार्यरत ऋत्विक माइनिंग कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए। बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र में चल रहे खनन कार्यों को लेकर साव ने सनसनीखेज खुलासे किए, जिसमें ग्रामीणों के अधिकारों का हनन और प्रशासन की मिलीभगत का दावा किया गया।

भूमि अधिग्रहण अधिनियम का उल्लंघन

योगेंद्र साव ने कहा कि एनटीपीसी और ऋत्विक माइनिंग कंपनी भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 का खुला उल्लंघन कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ग्रामीणों की जमीन और घरों पर बिना उचित मुआवजे के बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। “जब ग्रामीण अपने हक की आवाज उठाते हैं, तो पुलिस प्रशासन को रिश्वत देकर उनके आंदोलनों को बेरहमी से दबा दिया जाता है। ग्रामीणों के साथ आतंकवादी और उग्रवादी से भी बदतर व्यवहार किया जाता है, उन्हें गिरफ्तार कर जानवरों की तरह मारपीट की जाती है। यह सब डीजीपी अनुराग गुप्ता और हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक की जानकारी में हो रहा है,”।

निजी नुकसान व परिवार पर अत्याचार का गंभीर आरोप

भावुक होते हुए साव ने बताया कि उनकी अपनी फैक्ट्री, जो उनके परिवार की आजीविका का आधार थी, को बिना मुआवजा दिए ऋत्विक माइनिंग कंपनी ने ध्वस्त कर दिया। “जब मैं अपनी जमीन नहीं बचा सका, तो बड़कागांव के गरीबों और किसानों के हक की लड़ाई कैसे जीत सकता हूं? फिर भी, हमने अपना जीवन जनता की सेवा में समर्पित किया है,” उन्होंने कहा। साव ने खुलासा किया कि एनटीपीसी और ऋत्विक के खिलाफ आंदोलन करने के कारण उन पर, उनकी पत्नी पूर्व विधायक निर्मला देवी, बेटे अंकित राज, और बेटी पूर्व विधायक अंबा प्रसाद पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। “मुझ पर क्राइम कंट्रोल एक्ट थोपा गया, हमें जेल में डाला गया, और मेरे परिवार को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है,” उन्होंने दुखी स्वर में कहा।

ऋत्विक माइनिंग कंपनी के मालिक की धमकी

साव ने ऋत्विक माइनिंग कंपनी के मालिक आर. रमेश पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “उन्होंने मेरी बेटी अंबा प्रसाद को धमकी दी कि उसकी राजनीतिक जिंदगी खत्म कर देंगे और मुझे तथा मेरे परिवार को जेल में डालकर जमानत नहीं होने देंगे।” उन्होंने इसे लोकतंत्र पर हमला करार देते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन पीड़ितों को ही दंडित कर रहा है, जो ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ की कहावत को चरितार्थ करता है।

हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना

साव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखा हमला बोला और कहा, “जल, जंगल, और जमीन की रक्षा के लिए भगवान बिरसा मुंडा और गुरुजी शिबू सोरेन के सपनों को हेमंत सोरेन ने कॉरपोरेट्स के हाथों बेच दिया। यह सरकार गरीबों और किसानों के खिलाफ खड़ी है।” उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चुनावी वादों का उल्लेख करते हुए कहा कि विस्थापन आयोग का गठन, एनटीपीसी से जुड़े झूठे मुकदमों की जांच, और ग्रामीणों को उचित मुआवजा व पुनर्वास का वादा किया गया था। “लेकिन महागठबंधन सरकार इन वादों को नजरअंदाज कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दबा रही है और राहुल गांधी व झारखंड प्रभारी के. राजू को बदनाम करने की साजिश रच रही है,” साव ने आरोप लगाया।

पत्रकारों पर बयान और स्पष्टीकरण

केरेडारी में पत्रकारों की बैठक में अपने बयान की निंदा पर साव ने स्पष्ट किया, “मैंने कभी नहीं कहा कि सभी पत्रकार बिकाऊ हैं। मैंने कहा कि कुछ स्थानीय पत्रकार ऋत्विक माइनिंग कंपनी के प्रभाव में हैं और ग्रामीणों के दुख-दर्द को अपने समाचारों में जगह नहीं देते। मैं अपने बयान पर कायम हूं और उनके मुख्य संपादकों से भी यही कहूंगा।”

योगेंद्र साव ने मांग की कि एनटीपीसी और ऋत्विक माइनिंग कंपनी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो, ग्रामीणों को उचित मुआवजा और पुनर्वास दिया जाए, और झूठे मुकदमों की निष्पक्ष जांच हो। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का सच्चा सिपाही होने के नाते, मैं बड़कागांव की जनता के हक और सम्मान की लड़ाई तब तक जारी रखूंगा, जब तक न्याय नहीं मिलता, चाहे कितनी भी साजिशें रची जाएं।”

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