Crime News: बेरमो थाना प्रभारी रोहित कुमार सिंह के नेतृत्व में कुल 9 गोताखोरों की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई थी। अंततः शनिवार की शाम लगभग 5 बजे गोताखोरों को तब सफलता मिली, जब चंद्रपुरा थाना क्षेत्र के भंडारीदह स्थित नए पुल के समीप उसका शव किया गया बरामद।
संतोष दत्ता
न्यूज इंप्रेशन
Bokaro/Bermo : बोकारो की जो 29 वर्षीय युवती श्वेता कुमारी फुसरो के हिंदुस्तान पुल से छलांग लगाकर दामोदर नदी में कूदी थी, उसका शव 52 घंटे बाद शनिवार की शाम बरामद कर लिया गया। श्वेता कुमारी ने फुसरो के हिंदुस्तान पुल से गुरुवार को दोपहर लगभग एक बजे छलांग लगा दी थी, तो वह नीचे स्थित दामोदर नदी की उफनती जलधारा में समाकर बह गई थी। तभी से बेरमो थाना प्रभारी रोहित कुमार सिंह के नेतृत्व में कुल 9 गोताखोरों की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई थी। अंततः शनिवार की शाम लगभग 5 बजे गोताखोरों को तब सफलता मिली, जब चंद्रपुरा थाना क्षेत्र के भंडारीदह स्थित नए पुल के समीप उसका शव बरामद किया गया। गोताखोरों की टीम में हैदर अंसारी, जिब्रईल अली, अनिल रविदास, जलाल अंसारी, शाहिद अंसारी, मुकेश नायक, नूर अहमद, समद अंसारी एवं विकास कुमार शामिल थे।
चास निवासी अजय कुमार बरनवाल की थी पुत्री श्वेता कुमारी बोकारो के चास स्थित वीर कुंवर सिंह कॉलोनी निवासी अजय कुमार बरनवाल की पुत्री थी। पिता अजय कुमार बरनवाल और भाई मनीष कुमार बरनवाल ने बताया था कि वीर कुंवर सिंह कॉलोनी चास स्थित आवास से गुरुवार को सुबह लगभग 6 बजे बिना किसी को कुछ बताए स्कूटी लेकर श्वेता निकली थी। उस दौरान वह लोग बोकारो के सेक्टर-6 स्थित साई मंदिर पूजा करने जा रहे थे। उसने फुसरो आकर पुल से नदी में क्यों छलांग लगाई, कारण समझ में नहीं आ रहा। बताया था कि उनकी दो बेटियों में श्वेता कुमारी छोटी थी। तीन वर्ष पूर्व बड़ी बेटी की शादी दिल्ली में की। एक बेटा है, जिसका नाम मनीष कुमार बरनवाल है। उनकी ओर से दी गई लिखित जानकारी के आधार पर बेरमो थाना की पुलिस युवती के छलांग लगाए जाने के कारण जानने को जांच-पड़ताल करने में जुट गई थी। साथ ही उसे तलाश कर रही थी।
स्कूटी से आई थी फुसरो स्थित हिंदुस्तान पुल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवती बोकारो की ओर से फुसरो स्थित हिंदुस्तान पुल पर स्कूटी से आई थी। उसके बाद चाबी लगी स्कूटी पुल पर खड़ी कर वह उसी स्कूटी पर ही चुपचाप बैठ गई थी। आसपास मौजूद लोगों ने उसे तब देखा था, लेकिन कुछ भी पूछताछ नहीं की थी। क्योंकि लोगों को लग रहा था कि कुछ देर आराम करने के लिए वह पुल पर रुकी थी, लेकिन इसके विपरीत उसने कुछ देर बाद ही पुल से नीचे दामोदर नदी में छलांग लगा दी थी। तब देखते ही देखते वह नदी कि उफनती जलधारा में समाकर बह गई थी। वहां उपस्थित लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया था।