GGPS Bokaro-Chas News: UPSC सिविल सेवा परीक्षा में GGPS बोकारो के सौरभ व GGPS चास के राजकुमार की सफलता पर स्कूल है गौरवान्वित

GGPS Bokaro-Chas News: UPSC सिविल परीक्षा में GGPS बोकारो के सौरभ व GGPS चास के राजकुमार ने 2025 में शानदार प्रदर्शन किया. सफलता पर स्कूल है गौरवान्वित, खुशी का है माहौल।

न्यूज़ इंप्रेशन, संवाददाता

Bokaro : UPSC की सिविल सेवा परीक्षा 2025 में गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल, सेक्टर-5बी, बोकारो और GGPS चास के पूर्व छात्र की शानदार सफलता पर दोनों स्कूल में खुशी का माहौल है। दोनों छात्रों ने न सिर्फ अपने परिवार बल्कि स्कूल को गौरवान्वित किया है। दोनों छात्रों की यह सफलता स्कूल के विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक होगा। गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल, सेक्टर-5बी के सौरभ सानंद ने ऑल इंडिया में 226वीं रैंक हासिल की है। शैक्षणिक प्रतिभा के इतिहास में सौरभ सानंद एक प्रतिष्ठित अकाउंटेंट बीरेंद्र प्रसाद और एक समर्पित गृहिणी डॉली के बेटे हैं। उनकी यात्रा लचीलापन, अनुशासन और महत्वाकांक्षा की अडिग आग का एक शानदार प्रमाण है।

सौरभ ने कक्षा 12वीं में शानदार 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए
कॉमर्स स्ट्रीम के एक मेधावी छात्र, वे 2010-11 सत्र के टॉपर के रूप में उभरे। उन्होंने कक्षा 12वीं में शानदार 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। जो भविष्य में होने वाली उत्कृष्टता का अग्रदूत है। यह शानदार उपलब्धि रातों-रात नहीं मिली। यह अटूट दृढ़ता का फल है। क्योंकि सौरभ ने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी में सफलता प्राप्त की।

ये उपलब्धियां दूसरों को प्रेरित करने वाली
जीजीपीएस, बोकारो के प्राचार्य सौमेन चक्रवर्ती ने सौरभ को बधाई देते हुए उनकी उपलब्धि को प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी उपलब्धियां जो केवल मील के पत्थर नहीं बल्कि दूसरों को प्रेरित करते हैं। ऐसे युवा दिमागों को हिम्मत देने, सपने देखने और समर्पित होने के लिए प्रेरित करते हैं। वरीय इकाई के उप प्राचार्य सीपी सिंह ने भी अपनी हार्दिक प्रशंसा व्यक्त करते हुए सौरभ को राष्ट्र की सेवा में और भी कई उपलब्धियाँ प्राप्त करने की शुभकामनाएं दीं।

अध्यक्ष व सचिव ने की उज्जवल भविष्य की कामना

गुरु गोबिंद सिंह एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष तरसेम सिंह और सचिव एस.पी. सिंह ने सौरभ के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए एक स्वर में कहा “वह स्कूल के मूल्यों और विजन के पथ प्रदर्शक हैं और हमें उन पर बेहद गर्व है।“ कई विद्यार्थियों ने कहा कि यह सफलता हम विद्यार्थियों के गौरव का पल है।

सौरभ की सफलता की गाथा

-ICAI से यशस्वी CA। अवार्ड, 2024 – पेशेवर उत्कृष्टता का प्रतीक।
-UPSC इंडियन कॉस्ट अकाउंट्स सर्विसेज, । AIR-2 (AD कॉस्ट), 2023 में सफलता प्राप्त की।
-JPSC सिविल सर्विसेज, 2022 में रैंक 93 प्राप्त की।
-CMA। फाइनल में ।प्त् 23 प्राप्त की।
-सीए, आईपीसीसी में एआईआर 41 और सीएस फाउंडेशन में एआईआर 21 हासिल किया।
-सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी पुरस्कार से सम्मानित।

 

जीजीपीएस चास ने राज कुमार को किया सम्मानित

कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं होता, तबीयत से एक पत्थर तो उछाल कर देखो यारो—इस कथन को गुरू गोविंद सिंह पब्लिक, चास के छात्र राज कुमार महतो ने अपने मेहनत, लगन, समर्पण, त्याग और सीमित संसाधन की बदौलत यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में 557वीं रैंक प्राप्त कर चरितार्थ किया। बोकारो से इस प्रतिष्ठित परीक्षा में अलग-अलग स्कूल के आठ छात्रों ने सफलता हासिल की, लेकिन छात्र राज कुमार की सफलता, इसलिए सबसे हटकर है कि वह एक पेपर वितरक का बेटा है। बुधवार को इनकी सफलता पर गौरवान्वित होकर स्कूल ने छात्र सहित उनके माता-पिता को सम्मानित किया। स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जीजीईएस के अध्यक्ष तरसेम सिंह, सचिव एसपी सिंह, हरपाल सिंह समेत प्राचार्य अभिषेक कुमार ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया। राजकुमार महतो ने अपनी सफलता का श्रेय विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका व विद्यालय प्रबंधन समिति को दिया। अध्यक्ष तरसेम सिंह ने कहा कि सत्र 2016-17 बैच के विज्ञान के छात्र राज कुमार ने स्कूल के साथ जिले का भी नाम रौशन किया है। स्कूल प्रबंधन समिति के सचिव सुरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि इस वर्ष बोकारो के छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर नाम रौशन किया है। इससे शैक्षणिक माहौल और बेहतर होगा। विद्यालय के प्राचार्य अभिषेक कुमार सफलता को लेकर स्कूल का बेहतर महौल बताया। कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिए समय प्रबंधन व अनुशासन का पालन करना अनिवार्य है।

चंदनकियारी के तियाड़ा गांव का है रहने वाला
राजकुमार चंदनकियारी के एक छोटे से गांव तियाड़ा के रहने वाले हैं। उनके इस उपलब्धि पर न केवल उनके परिवार में बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है। फिलहाल में इनके माता-पिता चास के शिवपुरी कॉलोनी में रहते हैं। इनके पिता चास में अखबार वितरक हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य है। बावजूद इसके उन्होंने कभी हार नहीं मानी और पढ़ाई को ही अपना लक्ष्य बनाया। उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की। सीमित संसाधनों में रहकर उन्होंने सेल्फ स्टडी के माध्यम से तैयारी की। उन्होंने कहा कि अगर मन में ठान लिया जाए और निरंतर मेहनत की जाए, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। मेरी कोशिश रहेगी कि प्रशासनिक सेवा में रहकर समाज के लिए काम कर सकूं।

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