DPS Bokaro: डीपीएस बोकारो के प्राचार्य डॉ. गंगवार को मिला सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक नेतृत्व सम्मान

DPS Bokaro: फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित आत्मनिर्भर डिजिटल भारत समिट 2024 के दौरान उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों व उनके योगदान के लिए ’स्कूल चेंजमेकर’ की स्पेशल कैटेगरी में ’बेस्ट एजुकेशनल लीडरशिप अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता

Bokaro: गुणवत्तापूर्ण उत्कृष्ट शिक्षा तथा बच्चों के समग्र विकास की दिशा में लगभग साढ़े तीन दशक से सक्रिय योगदान दे रहे दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो के प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार की उपलब्धियां में एक और नया आयाम जुड़ गया है। डॉ. गंगवार को एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम), नीति आयोग, भारत सरकार से संबद्ध सीईडी (सेंटर फॉर एजुकेशनल डेवलपमेंट) इंडिया फाउंडेशन की ओर से नई दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक नेतृत्व सम्मान से नवाजा गया। फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित आत्मनिर्भर डिजिटल भारत समिट 2024 के दौरान उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों व उनके योगदान के लिए ’स्कूल चेंजमेकर’ की स्पेशल कैटेगरी में ’बेस्ट एजुकेशनल लीडरशिप अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ’दयालु’ के हाथों उन्होंने यह सम्मान ग्रहण किया। समिट में सीईडी इंडिया के चेयरमैन डॉ. प्रियदर्शी नायक, नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन (निसा) के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा, एशियन एकेडमी आफ फिल्म एंड टेलीविजन, नोएडा फिल्म सिटी के संस्थापक अध्यक्ष एवं केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) के सहायक आयुक्त डॉ. संदीप मारवाह मुख्य रूप से उपस्थित थे।
टीमवर्क का सकारात्मक परिणाम के चलते यह उपलब्धि
बुधवार को विद्यालय में आयोजित एक विशेष असेंबली के दौरान प्राचार्य डॉ. गंगवार को मिली उक्त उपलब्धि की घोषणा की गई। उप प्राचार्य अंजनी भूषण, मनीषा शर्मा एवं शालिनी शर्मा ने संयुक्त रूप से यह सम्मान सांकेतिक रूप से प्राचार्य डॉ. गंगवार को सुपुर्द करते हुए समस्त विद्यालय परिवार की ओर से बधाई व शुभकामनाएं दीं। पुरस्कार की उद्घोषणा के साथ ही विद्यालय का अश्वघोष कला क्षेत्र तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। प्राचार्य ने इस सम्मान को समस्त विद्यालय परिवार को समर्पित करते हुए इसे सभी के सहयोग और टीमवर्क का सकारात्मक परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय टीम के परिश्रम, समर्पण, धैर्य तथा शैक्षिक उत्कृष्टता की दिशा में निरंतरता का प्रतीक है।

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