DPS Bokaro News:अंतरराष्ट्रीय संस्कृत ओलंपियाड में डीपीएस बोकारो के सात विद्यार्थी बने इंटरनेशनल टॉपर
DPS Bokaro News : डीपीएस बोकारो के विद्यार्थियों ने देवभाषा संस्कृत पर भी अपनी मजबूत पकड़ का परिचय दिया है। 40 विद्यार्थियों को स्वर्ण तो 44 ने जीते रजत पुरस्कार।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro : हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान व गणित सहित विभिन्न विषयों में अपनी मेधाविता का परचम लहराने वाले डीपीएस बोकारो के विद्यार्थियों ने देवभाषा संस्कृत पर भी अपनी मजबूत पकड़ का परिचय दिया है। इंटरनेशनल ओलंपियाड फाउंडेशन (आईओएफ) की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय संस्कृत ओलंपियाड 2024-25 में कुल 112 विद्यार्थियों ने शानदार सफलता प्राप्त की।
इंटरनेशनल टॉपर होने का गौरव हासिल करने
सात छात्र-छात्राओं ने इंटरनेशनल टॉपर होने का गौरव हासिल किया, जिनमें शताक्षी सिंह, अक्षरा सिंह, सृष्टि कनक, ट्यूलिप सौम्या, ऋषिता कुमार, संस्कृति सिंह एवं कुणाल आनंद के नाम शामिल हैं। वहीं, सात्विक रूपम द्विवेदी ने जोनल टॉपर का खिताब हासिल किया। इनके अलावा विद्यालय के 40 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण, 44 को रजत तथा 20 को कांस्य पदक पुरस्कार प्रदान किया गया है।
गोल्ड अवार्ड प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में
स्वर्ण पुरस्कार (गोल्ड अवार्ड) प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में समृद्धि प्रिया, आरव बारिक, अदिरा दीप, कुंवर शौर्य, तनुष मार्डी, आराध्या सिंह, अक्षिता आर्या, आरुष कुमार सिन्हा, आशीष, अवनी प्रियदर्शी, आइवी दास, काव्या, प्रज्ञान बनर्जी, ऋध्वि, शारदा नंदिनी, श्रेयस निखिल, स्पर्श सेठी, वंश राज वेद, यशस्वी पार्थ, आयुष कुमार, अभिनव मंडल, अर्पित श्रीकृष्णा, अतुल्य रंजन रॉय, आयुष सिंह, एकलव्य मिश्रा, कुशाग्र राज, ओम प्रकाश पात्रा, पहल लता, पलक प्रिया, ऋषभ राज, ऋषित ओम, रौनक राज, साहिल कुमार यादव, सौमिली मंडल, सृष्टि गोराईं, अक्षत सिंह, अनिमेष आनंद, जय सात्विक मेदिरेड्डी, श्रेयस शेखर एवं विद्या स्मृति के नाम शामिल हैं।
रजत पुरस्कार विजेताओं में ये हैं शामिल
रजत पुरस्कार विजेताओं में सजग सूर्यांश पांडेय, आद्विक, आद्या सिंह, अभिज्ञान, अभिनव भास्कर, मेघा राज, नौशीन कुरैशी, संस्कृति, सरित चक्रवर्ती, शौर्य शांडिल्य, श्रेयांश नयन, ट्विंकल सिन्हा, वेदांत अग्रवाल, अमित दत्ता, प्रियदर्शिनी रक्षित, त्रिदास रंजन, अभिनव कुमार, अदिति, अंशुली आर्या, अनुष्का, आर्यमन आशीष, अथर्व केडिया, आयुष नारायण, गर्वित श्रीवास्तव, काव्या मिश्रा, मोक्ष नारायण, रमण चतुर्वेदी, श्लोक आनंद, श्रेया मानसी, सिया सिन्हा, उत्तरा सिंह, आस्था सिंह, अक्षन्या सेजल, आर्यना रॉय, आयुष ओम दास, ध्रुव लोधा, दिव्य दर्शिल, मीनाक्षी तनु, रिया कुमारी, रूही, शांभवी सिंह, स्वरा सुशील कोहाडे, उर्षिता सोनी, विष्णु श्री प्रिया तथा कांस्य पुरस्कार जीतने वालों में अभिनव बराल, अर्णव प्रताप राघव, अश्विता पांडेय, चंचल नीत, कृतिकेश कुमार मिश्रा, नमित गर्ग, शान्वी अग्रवाल, शिवांश प्रधान, प्रतीक राज, उत्कर्ष राज, यशस्वी रोशन, अन्वेषा सिंह, आर्यावीर सम्राट, नेत्रांजन राय, पीयूष मल्लिक, श्रेया दीप, निशांत कुमार, सक्षम, सौम्या एवं सुहाना शर्मा के नाम शामिल हैं। प्रतियोगिता में कक्षा 6 से 10वीं तक के 200 विद्यार्थियों ने भाग लिया था।
देवभाषा संस्कृत समस्त भाषाओं की जननी है : गंगवार
मंगलवार को विद्यालय में आयोजित स्पेशल एसेंबली के दौरान प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने इंटरनेशनल टॉपरों के साथ-साथ अन्य पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया।विजेताओं को ट्रॉफी, मेडल, बैज और प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। उन्हें इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की, साथ ही इसी प्रकार लगन व परिश्रम की बदौलत विद्यालय का नाम गौरवान्वित करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि देवभाषा संस्कृत समस्त भाषाओं की जननी है, जिसकी वैज्ञानिकता सर्वविदित है। विद्यार्थियों में इसकी गहन जानकारी और इस दिशा में इस प्रकार की प्रतिभागिता आवश्यक है।