DPS Bokaro News: डीपीएस बोकारो की अक्षरा को निफ्ट में मिली ऑल इंडिया रैंक 2, आईआईएम इंदौर आईपीएमएटी में भी देशभर में 35वां स्थान
DPS Bokaro News: दिल्ली पब्लिक स्कूल बोकारो की एक और प्रतिभावान छात्रा अक्षरा रॉय शर्मा ने अपने विद्यालय, शहर और पूरे झारखंड प्रदेश का मान राष्ट्रीय फलक पर गौरवान्वित किया है। दोहरी सफलता पर विद्यालय परिवार में हर्ष।
न्यूज इंप्रेशन संवाददाता
Bokaro : दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो की एक और प्रतिभावान छात्रा अक्षरा रॉय शर्मा ने अपने विद्यालय, शहर और पूरे झारखंड प्रदेश का मान राष्ट्रीय फलक पर गौरवान्वित किया है। अपने नाम के अनुरूप ही अक्षरा ने सफलता का स्वर्णिम अध्याय सुनहरे अक्षरों में लिखते हुए दोहरी कामयाबी पाई है। फैशन टेक्नोलॉजी के साथ-साथ प्रबंधन के क्षेत्र में देश की सर्वश्रेष्ठ परीक्षाएं मानी जाने वाली निफ्ट (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी) एंट्रेंस टेस्ट और आईपीएमएटी (इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट) में उसने अभूतपूर्व सफलता अर्जित की है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित एनआईएफटी प्रवेश परीक्षा 2025 (यूजी) में अक्षरा ने ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल कर अपनी कुशल प्रतिभा का परचम राष्ट्रीय स्तर पर लहराया है। भारत के सबसे प्रतिष्ठित फैशन तकनीक संस्थानों में से एक नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) में विभिन्न डिजाइन, फैशन और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा के तीन चरणों- सामान्य योग्यता, रचनात्मक योग्यता एवं साक्षात्कार – में शानदार प्रदर्शन के आधार पर उसने यह उपलब्धि पाई। इसके साथ ही, अक्षरा ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) इंदौर की ओर से प्रबंधन के पांचवर्षीय एकीकृत कार्यक्रम में प्रवेश के लिए आयोजित प्रतिष्ठित आईपीएमएटी में गौरवपूर्ण ऑल इंडिया रैंक 35 भी हासिल की है। यह परीक्षा देशभर के लाखों विद्यार्थियों के लिए अत्यंत प्रतिस्पर्धी मानी जाती है और प्रबंधन की दुनिया में प्रवेश का एक बड़ा द्वार है। इसमें उच्च स्तर की गणितीय क्षमता, लॉजिकल रीजनिंग और अंग्रेजी समझ का आकलन किया जाता है। यही नहीं, अक्षरा ने आईआईएम रोहतक आईपीएमएटी में भी शानदार सफलता के साथ-साथ एनटीए द्वारा आयोजित संयुक्त एकीकृत कार्यक्रम प्रबंधन प्रवेश परीक्षा (जिपमैट) 2025 में भी 98.8 परसेंटाइल के साथ उल्लेखनीय कामयाबी अर्जित की है। राष्ट्रीय स्तर की यह प्रवेश परीक्षा आईआईएम बोधगया और आईआईएम जम्मू द्वारा संयुक्त रूप से प्रबंधन में तीनवर्षीय और पांचवर्षीय एकीकृत कार्यक्रम (आईपीएम) में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
अक्षरा की सफलता अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा : प्राचार्य
अक्षरा की इस सफलता पर डीपीएस बोकारो परिवार में हर्ष है। शुक्रवार को यह उपलब्धि ले अक्षरा ने विद्यालय पहुंचकर अपने शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता अर्पित की। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार सहित सभी शिक्षकों ने उसे बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्राचार्य ने कहा कि अक्षरा की सफलता ने उन हजारों विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का कार्य किया है, जो बड़े लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। विद्यालय प्रारंभिक कक्षा से ही बच्चों के समग्र विकास पर केंद्रित होकर कार्य करता रहा है, जिसके परिणामस्वरूप यहां से निकले छात्र-छात्राएं आज मेडिकल-इंजीनियरिंग के अलावा हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा और सफलता परचम लहरा रहे हैं।
डीपीएस बोकारो से मिली सपनों को उड़ान
शिक्षक अमिताभ रॉय शर्मा एवं शिक्षिका अर्चना रॉय शर्मा की होनहार पुत्री अक्षरा नर्सरी से ही डीपीएस बोकारो की छात्रा रही है। उसकी मां अर्चना रॉय शर्मा इसी विद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिका हैं। अक्षरा शुरू से ही प्रतिभावान छात्रा रही है। वर्ष 2022 में 97 प्रतिशत अंकों से 10वीं तथा 2024 में 90 प्रतिशत के साथ 12वीं की परीक्षा उसने उत्तीर्ण की थी। 12वीं में अध्ययन के दौरान ही उसने मेडिकल-इंजीनियरिंग से परे प्रबंधन एवं फैशन टेक्नोलॉजी में अपना करियर बनाने का फैसला लिया। अक्षरा ने कहा कि उसके इन सपनों को डीपीएस बोकारो ने पंख दी, जो आज नई उड़ान की ओर है। यहां सर्वांगीण विकास के वो सभी अवसर मिलते हैं, जो एक विद्यार्थी को सफल नागरिक एवं बेहतर इंसान बनाते हैं।
रोजाना 5-6 घंटे करती थी पढ़ाई, पिता हैं रोल मॉडल
एक खास बातचीत में अक्षरा ने बताया कि निफ्ट, आईपीएमएटी जैसी परीक्षाओं के लिए वह रोजाना पूरी तन्मयता के साथ पांच से छह घंटे पढ़ाई किया करती थी। उसे जर्मन स्कॉलरशिप भी मिल चुकी है और क्विज, वाद-विवाद जैसी स्पर्धाओं में भी उसने अच्छा प्रदर्शन किया है। उसे चित्रांकन और किताबें पढ़ने का काफी शौक है। अक्षरा अपने पिता को ही अपना रोल मॉडल मानती है। अपने जूनियर्स को अपने संदेश में अक्षरा ने कहा कि कभी असफलता से घबराएं नहीं, बल्कि दोगुनी ऊर्जा के साथ मेहनत और प्रयास जारी रखेंगे तो यकीनन सफलता आपके कदम चूमेगी।