INDIA Alliance : 22 दिसंबर यानि शुक्रवार को इंडिया गठबंधन में शामिल घटक दलों ने जिला मुख्यालय के समीप धरना कार्यक्रम का आयोजन किया। नेताओं ने केंद्र सरकार की नाकामियों को गिनवाया।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की गतिविधियां तेज हो गयी है। इन दिनों इंडिया गठबंधन व भाजपा के नेता कार्यक्रम के माध्यम से एक दूसरे पर जमकर प्रहार कर रहें हैं। गठबंधन के नेता एक दूसरे की दल की कार्यशैली व उसकी नाकामियों को जनता को गिनवा रहे हैं। भाजपा के नेताओं ने बीते 21 दिसंबर को चास से पैदल मार्च निकाल कर जिला समाहरणालय पर आक्रोश प्रदर्शन किया। सभा के जरिए राज्य की सरकार की विफलता से जनता को अवगत कराया। वहीं दूसरी ओर इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance ) भी पीछे क्यों रहे। 22 दिसंबर यानि शुक्रवार को इंडिया गठबंधन में शामिल घटक दलों की ओर से जिला मुख्यालय के समीप धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मोदी सरकार की तानाशाही रवैया का नेताओं ने जमकर आलोचन किया। आवाज उठाने वाले सांसदों को किया जा रहा निलंबित राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत संसद से 152 विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ विरोध स्वरुप यह कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष उमेश गुप्ता ने कहा कि यह जरूरी नहीं कि भारत को इंडिया गठबंधन ही बचाए। बल्कि देश के एक-एक नागरिक की जबावदेही है देश को बचाना। संसद में सवाल पूछने वाले सांसदों को निलंबित किया जा रहा है। यह मोदी सरकार की तानाशाही नहीं तो और क्या है। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य का पैसा रोक दिया गया। राज्य सरकार को काम करने में अडंगा लगाया जा रहा है। भाजपा के कार्यकाल में रोजगारों का रोजगार और किसानों की जमीन छीन लिया गया। मोदी सरकार चाहती है विपक्ष विहीन संसद इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंकलुसिव अलायंस में शामिल विभिन्न दलों के वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार विपक्ष विहीन संसद चाहती है। संसद के भीतर सुरक्षा को धत्ता बताकर हमला होता है। भाजपाई सांसद के पास पर हमलावर घुसते हैं। इस पर सवाल पूछते विपक्ष के सांसदों को बाहर कर सरकार कई महत्वपूर्ण बिल निर्विरोध पास कर रही है। यह संसदीय परम्पराओं का उल्लंघन है। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने तानाशाही, हिटलरशाही के बलपर अलोकतांत्रिक रवैया अपना रखा है। धर्म व जाति के नाम पर भटकाया जा रहा है वक्ताओं ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, अर्थ-व्यवस्था आदि पर चर्चा नहीं किया जा रहा है। धर्म, जाति, क्षेत्र आदि कें नाम पर मुद्दों को भटकाया जा रहा है। इसका देशभर में विरोध जरुरी है। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में 2024 लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। संचालन झामुमो जिला महासचिव जयनारायण महतो ने किया। धरना को कांग्रेस के देवाशीष मंडल, रामा राउत, प्रमोद सिंह, झामुमो केबी के चौधरी, आम आदमी पार्टी के कुमार राकेश, हरेंद्रनाथ चौबे, माकपा के बीडी प्रसाद, भाकपा के राजेन्द्र यादव, भाकपा माले के देवदीप सिंह दिवाकर, राजद के घनश्याम चौधरी, जिलाध्यक्ष बुद्ध नारायण यादव, मासस के दिलीप तिवारी, जदयू के प्रदीप महतो ने संबोधित किया।
धरना में ये हुए शामिल धरना में इंडिया गठबंधन के घटक दलों से मनोज कुमार, कमरुल हसन, आफताब आलम, पी के पांडेय, अशोक मिश्रा, सरोज चौधरी, नजीर अहमद स्वयंवर पासवान,आर बी सिन्हा, अंजलि सोरेन, जाहिदा खातुन, निशा हेम्ब्रम, हसन इमाम, लोकनाथ सिंह, जे एन सिंह, मो मेहबूब आलम, राजेश सिंह, शंभुनाथ चौधरी, आनंद मंडल सहित अन्य उपस्थित थे।