Dhanbad journalist attack: धनबाद में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमले की घोर निंदा, दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग
Dhanbad journalist attack: धनबाद में कांग्रेसियों द्वारा पत्रकारों व छायकारों के साथ मारपीट की घटना का पूरे राज्य में कड़ी भर्त्सना की जा रही है।
न्यूज़ इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: धनबाद में प्रवर्तन निदेशालय के खिलाफ रणधीर वर्मा चौक पर विरोध के दौरान कांग्रेसियों द्वारा मौजूद पत्रकारों व छायकारों के साथ मारपीट की घटना का पूरे राज्य में कड़ी भर्त्सना की जा रही है। इस घटना में चार पत्रकार घायल हुए हैं। पत्रकारों का कहना है कि धनबाद में पत्रकारो पर खुली सड़क पर हमला लोकतंत्र पर हमला है।
झारखंड यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के अध्यक्ष शिव कुमार अग्रवाल ने कहा कि पत्रकारों पर हमला मतलब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। इस हमले में कांग्रेसियों के शामिल होने पर कोई संदेह नहीं है। वीडियो में जो कुछ दृश्य सामने आया है, उसमें संदेह करने की कोई गुंजाइश नहीं है। दुखद स्थिति यह है कि लोकतंत्र की मांग करने वाले राजनीतिक दल के नेता और कार्यकर्ताओं का ऐसा आचरण क्या लोकतांत्रिक है, यह कांग्रेस के नेताओं के लिए विचार का विषय है। झारखंड यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के अध्यक्ष शिव कुमार अग्रवाल ने एक बयान जारी कर धनबाद पुलिस को इस दिशा में विधि सम्मत कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर राजनीतिक दबाव में धनबाद पुलिस सही कार्रवाई नहीं करती तो पूरे राज्य में कांग्रेस के नेताओं के साथ यूनियन के साथी पत्रकार भी विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। यूनियन ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश से भी इस संबंध में पार्टी के स्तर पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। श्री अग्रवाल ने कहा है कि यदि शीघ्र इस विवाद पर उचित कार्रवाई नहीं की गयी तो रांची के पत्रकार झारखंड प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के समक्ष अपना विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर भी नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स की तरफ से दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा। घटना की निंदा करने वालों में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रजत गुप्ता
पत्रकार पर हमले का बोकारो में विरोध
धनबाद में पत्रकारों पर हुए हमले की बोकारो के पत्रकारो ने कड़ी भर्त्सना की है। पत्रकारो का कहना था कि इस तरह की घटना पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। अभी हाल में ही बोकारो में विस्थापित आंदोलन के दौरान पत्रकारों के मोबाईल तोड़े गए थे। अब धनबाद में पत्रकार पर हमला हुआ है। सरकार को पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर गंभीर होने की जरुरत है। घटना की निंदा करनेवालों में संजीव ओझा, कृष्णा चौधरी, पंकज सिंह, महेंद्र प्रसाद, राजेश कुमार, सुशील कुमार, कृपाशंकर, राकेश प्रियदर्शी, शेखर शरबेंदु, रुस्तम, राणा रंजीत, मुकेश झा, धर्मनाथ, राजेश राज, अरविंद सिंह, देवकांत तिवारी, राममूर्ति प्रसाद, अनिल चंद्रा, मनीष सिंह, अशोक कुमार विश्वकर्मा, हेमंत विश्वकर्मा, सुनील महतो, हिमांशु, आनंद महतो, सुरेंद्र सांवत, राहुल कुमार बसु, फैयाज आलम, योगो पूर्ति, सत्या पाल, सुनील पूर्ति, दीपक कुमार गुप्ता, विनय तिवारी, संजीव कुमार, मृत्युंजय मिश्रा, अनिल चौधरी, चमन, मनोज शर्मा, सुरेन्द्र कुमार सहित बोकारो के समस्त पत्रकार शामिल हैं। घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
जेयूजे के बेरमो शाखा के पत्रकारों ने की निंदा
झारखंड यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के बेरमो शाखा के पत्रकारों ने धनबाद की घटना पर कड़ी निंदा व्यक्त की है। जेयूजे के शबीर अंसारी ने कहा कि आए दिन पत्रकारों पर हमले की घटना घट रही है। पत्रकारों पर हमला होने का मतलब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है। उन्होंने दोषियों पर अविलंब कार्रवाई की मांग की है। घटना की निंदा करने वालों में मिथिलेश कुमार, बैजनाथ शर्मा, महावीर कुमार, जगदीश भारती, अविनाश, सुभाष कटरयार, मुकेश कुमार सहित अन्य शामिल हैं।