स्वजनों ने बेरमो थाना में दिए आवेदन में उनकी मौत को हादसा बताया। स्वजनों के अनुसार व्यवसायी दिलीप गोयल पुराना बीडीओ ऑफिस स्थित शिव मंदिर पूजा करने गए थे। पूजा के लिए पानी भरने के क्रम में वे फिसलकर कुएं में गिर गए।
फैयाज आलम ‘मुन्ना’
न्यूज इंप्रेशन
ः बोकारो जिला के बेरमो अनुमंडल अंतर्गत फुसरो के 56 वर्षीय प्रतिष्ठित कपड़ा व्यवसायी दिलीप गोयल का शव सोमवार को सुबह स्थानीय पुराना बीडीओ ऑफिस स्थित शिव मंदिर के कुएं से बरामद हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह लगभग 5 बजे वे अपनी क्रेटा कार से पुराना बीडीओ ऑफिस आए और कार को मंदिर के पास खड़ी कर कुछ देर टहलने के बाद मंदिर के पीछे स्थित कुएं की ओर गए थे। उसके बाद क्या हुआ, कोई भी नहीं बता पाया। हालांकि उनके स्वजनों ने बेरमो थाना में दिए आवेदन में उनकी मौत को हादसा बताया। स्वजनों के अनुसार व्यवसायी दिलीप गोयल पुराना बीडीओ ऑफिस स्थित शिव मंदिर पूजा करने गए थे। पूजा के लिए पानी भरने के क्रम में वे फिसलकर कुएं में गिर गए। सूचना पाकर बेरमो थाना प्रभारी रोहित कुमार सिंह सदल-बल पहुंचे और कुएं से शव को निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उस दौरान लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। पोस्टमार्टम के बाद शाम को फुसरो के हिंदुस्तान पुल स्थित दामोदर नदी तट पर उनके पार्थिव शरीर का दाहसंस्कार कर दिया गया।
फुसरो की एलआइसी कॉलोनी में रहते थे सपरिवार दिलीप गोयल पूर्व में सपरिवार करगली बाजार स्थित आवास में रहते थे। बाद में वे नया रोड फुसरो की एलआइसी कॉलोनी स्थित नए घर में सपरिवार रह रहे थे। वे एक प्रतिष्ठित व्यवसायी के साथ ही काफी व्यवहार कुशल भी थे और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेते थे। वे तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके दो पुत्र व एक पुत्री हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। दिलीप गोयल मारवाड़ी समाज के वरिष्ठ और अत्यंत सम्मानित व्यक्ति थे। वे मेनरोड फुसरो के निकट संचालित रेणुका वस्त्रालय के प्रोपराइटर थे। वे न केवल एक सफल व्यापारी थे, बल्कि समाज के प्रति उनके अटूट समर्पण और सेवा भावना ने उन्हें एक आदर्श नागरिक के रूप में स्थापित किया था।
युवा व्यवसायी संघ के अध्यक्ष ने किया दुख व्यक्त युवा व्यवसायी संघ फुसरो के अध्यक्ष वैभव चौरसिया ने उनकी मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि दिवंगत गोयल ने अपने जीवनकाल में सामाजिक और व्यावसायिक दोनों ही क्षेत्रों में अमूल्य योगदान दिया था। वे हमेशा से समाज के हर वर्ग के प्रति संवेदनशील रहे और अपने प्रयासों से समाज में एकता और समृद्धि लाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहे। उनके विचार, उनकी नीतियां और उनके द्वारा किए गए कार्य लोगों को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे। उनकी सादगी, मृदुभाषी स्वभाव और सभी के प्रति सम्मान एवं समानता का भाव लोगों को उनकी याद दिलाता रहेगा। उनका जाना न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज और फुसरो के व्यवसायिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। दिलीप गोयल का जीवन और उनके द्वारा किए गए कार्य सदैव सभी के दिलों में जीवित रहेंगे।