Conference in Bokaro : बोकारो में सम्मेलन में अल्ट्रासाउंड जिक्र, चिकित्सकों ने कहा— अल्ट्रासाउंड मशीन गर्भवती के साथ चिकित्सकों के लिए भी वरदान

Gynecology Conference News : बोकारो के सेक्टर 5 आईएमए हॉल में बोकारो ऑब्स्टेट्रिक्टस एंड गायनेकोलॉजी सोसाइटी का 18 वीं वार्षिक दो दिवसीय सम्मेलन शुरू। सम्मेलन बोकारो से रांची जमशेदपुर और धनबाद के गायनोकोलॉजिस्ट ने लिया हिस्सा।

गीता कुमारी

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता

Bokaro : बोकारो सेक्टर 5 स्थिति आईएमए हॉल में शनिवार को बोकारो ऑब्स्टेट्रिक्टस एंड गायनेकोलॉजी सोसाइटी का 18 वीं वार्षिक दो दिवसीय सम्मेलन शुरू हुआ। सम्मेलन में पहले दिन बोकारो सहित रांची धनबाद और जमशेदपुर के करीब 70 चिकित्सकों ने हिस्सा लिया।

सम्मेलन की अध्यक्षता अध्यक्ष डॉ निवेदिता दत्ता व संचालन सचिव डॉ अनुप्रिया ने किया। पहले दिन अल्ट्रासाउंड पर चर्चा की गई। गर्भ में पल रहे बच्चे की संरचना व विकास, गर्भ में पल रहे बच्चे के हृदय संबंधित विकृतियों की जांच करने की जानकारी दी गई। इसके अलावा स्त्री रोग संबंधित शल्य चिकित्सा से जुड़ी पेचीदगिया व निदान पर भी चर्चा हुई। स्त्री रोग संबंधी अन्य बीमारी एंडोमेट्रियोसिस व बाँझपन के कारण व निवारण की जानकारी दी गई। डॉ रेणु उपाध्याय, डॉ श्रीकांत, डॉ वाईपी भट्टाचार्य, डॉ सुधा देव, डॉ संजीवन घोष, डॉ प्रेम कुमार, डॉ प्रदीप और डॉ इंदु चौहान ने जानकारी दी। अतिथि चिकित्सकों ने कहा कि अल्ट्रासाउंड से गर्भ में पल रहे नवजात की एक एक पल की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। चिकित्सकों के साथ-साथ गर्भवती के लिए भी अल्ट्रासाउंड मशीन किसी वरदान से कम नहीं है। इसका प्रयोग ना केवल गर्भस्थ शिशु की जानकारी के लिए हो रहा है, बल्कि नई नई बीमारियों के समाधान में भी उपयोगी साबित हो रहा है। जरूरत के अनुसार चिकित्सक उपयोग करें सटीक सफलता मिलने की सत प्रतिशत गारंटी है।

पैड की जगह कपड़े का उपयोग न करें

स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ सह कोषाध्यक्ष व मीडिया प्रभारी डॉ निरुपमा सिंह ने कहा कि महिलाएं खुलकर पीरियड्स से संबंधित बातें नहीं करती हैं। इस कारण पैड के चयन में गंभीरता नहीं बरत पाती है। पैड के स्‍थान पर कपड़े का उपयोग करती है। यह हानिकारक हो सकता है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि पीरियड्स के दौरान शरीर से खराब खून निकलता है। इसमें कई प्रकार के बैक्‍टीरिया व विषाणुओं से युक्‍त होता है। महिलाओं के जननांग ऐसे बैक्‍टीरिया के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं। कपड़े का उपयोग से खराब खून को बाहर फैलने से रोका जा सकता है। लेकिन विषाणुओं को नहीं रोका जा सकता है। यदि पैड का उपयोग किया जाता है, तो पैड खराब खून को अवशोषित करने के बाद बाहर आने से रोकते हैं। इससे खून में मिले विषाणु महिला जननांग में फिर से प्रवेश नहीं कर पाते हैं। कपड़े के पैड को बार-बार उपयोग किया जाता है. ऐसे में कपड़े को धोने पर भी बैक्‍टीरिया कपड़े में रह सकते हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से डिस्‍पोजबल पैड का उपयोग करना फायदेमंद होता है। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी डॉ निरुपमा सिंह, पूर्व आईएमए चास अध्यक्ष डॉ मीता सिन्हा, डॉ वरुना झा, डॉ संचिता दास, डॉ कौशिक दास, डॉ दिव्या रश्मि, डॉ अलका, डॉ अंजू परेरा, डॉ रूपम सिंह, डॉ शिवानी, डॉ श्वेता शंकर, डॉ आरती शुक्ला, डॉ उषा सिंह, डॉ रीता मिश्रा, डॉ शोभा सिन्हा, डॉ कुसुम प्रकाश, डॉ रिचा सोनी, दो रिचा सिंह सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।

मासिक धर्म में सफाई नहीं रखने पर होने वाली बीमारी

डेरमेटैटिस : मासिक धर्म के दौरान सफाई का ध्यान न रखा जाये, तो स्किन परेशानी हो सकती है। इससे डेरमेटैटिस होता है। इसमें स्किन में सूजन, स्किन लाल व फोड़े-फुंसियां हो जाती हैं।

यूटीआई : अगर यूरेथ्रा में बैक्टीरिया का प्रवेश कर जाये, तो यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) का खतरा रहता है, जो जानलेवा है। समय रहते इलाज न किया जाये, तो किडनी डैमेज हो सकती है।

वजाइना को नुकसान : बैक्टीरिया के बढने से जेनिटल ट्रैक्ट के हिस्से में इंफेक्शन का खतरा रहता है। इस कारण वजाइना को नुकसान पहुंचता है। इससे खतरनाक बीमारी की संभावना बढ जाती है।

सर्वाइकल कैंसर : यूटीआई व रिप्रॉडक्टिव ट्रैक्ट इंफेक्शन की वजह से सर्वाइकल कैंसर का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। इससे सर्विक्स का कैंसर होता है, जो एचपीवी वायरस की वजह से होता है।

बांझपन का खतरा : मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई न बरतने से कई बीमारियों का जन्म होता है। इस वजह से गर्भाशय को नुकसान पहुंचता है। इससे महिलाओं में बांझपन की संभावना बढ़ जाती है।

सेनेटरी पैड पहनने के फायदे :

पैड महिलाओं को संक्रमण से बचाने में मदद करता है। नियमित पैड का उपयोग से महिलाओं के आत्‍मविश्‍वास में वृद्धि होती है। पैड का उपयोग करने पर महिलाएं अपने आप को साफ व स्‍वच्‍छ रख सकती हैं। कपड़े के पैड की अपेक्षा सेनेटरी पैड का उपयोग अधिक सुरक्षित होता है। सेनेटरी पैड का प्रयोग महिलाओं के लिए बहुत ही आसान होता है।

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