Bokaro Swachh Bharat Mission: स्वच्छ भारत मिशन फेज -2 के तहत जारी रहेंगे शौचालय निर्माण
Bokaro Swachh Bharat Mission: बोकारो जिले के कसमार प्रखंड मुख्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन। डीपीएम ने कहा—खुले शौच में मुक्ति के साथ ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro : स्वच्छ भारत मिशन फेज -2 के तहत गुरुवार को बोकारो जिले के कसमार प्रखंड मुख्यालय के सभाकक्ष में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत प्रखंड स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता में बीडीओ विजय कुमार ने की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रमुख नियोती कुमारी एवं एसबीएम के डीपीएम शामिल थे।
स्वच्छता की शपथ दिलाने के बाद बीडीओ श्री कुमार ने सभी पंचायतों से आये मुखिया, जल सहिया, पंचायत सचिव, पंचायत प्रतिनिधि एवं कर्मियों को स्वच्छ भारत मिशन, फेज-2 के क्रियान्वयन पर दिशानिर्देश दिया। साथ ही विभिन्न विभागों से आये पदाधिकारियों को इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए विस्तृत जानकारी दी।
खुले में शौच मुक्त अभियान रखा जाएगा जारी
डीपीएम श्री कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत ओडीएफ प्लस पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही खुले में शौच मुक्त अभियान को जारी रखा जाएगा तथा ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन को भी बढ़ावा दिया जाएगा। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की निगरानी चार संकेतकों के आधार पर की जाएगी।प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, जैव अपघटित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (जिसमें पशु अपशिष्ट प्रबंधन शामिल है) धूसर जल प्रबंधन एवं मलयुक्त कीचड़ प्रबंधन।
12,000 रुपए की राशि प्रदान करने का प्रावधान रहेगा जारी
इस कार्यक्रम में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर व्यक्ति शौचालय का इस्तेमाल करे। इसके तहत व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिये मौजूदा मानदंडों के अनुसार नए पात्र परिवारों को 12,000 रुपए की राशि प्रदान करने का प्रावधान जारी रहेगा। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए वित्तपोषण मानदंडों को युक्तिसंगत बनाया गया है और घरों की संख्या संबंधी प्रावधान को प्रति व्यक्ति आय से बदल दिया गया है।
शौचालयों के निर्माण के माध्यम से रोज़गार सृजन
ग्राम पंचायतों की ग्रामीण स्तर पर सामुदायिक स्वच्छता परिसर के निर्माण के लिये वित्तीय सहायता को बढ़ाकर 2 लाख से 3 लाख रुपए कर दिया गया है। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत बुनियादी ढाँचों जैसे कि खाद के गड्ढे, सोखने वाले गड्ढे, अपशिष्ट स्थिरीकरण तालाब, शोधन संयंत्र आदि का भी निर्माण किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के इस चरण में घरेलू शौचालय एवं सामुदायिक शौचालयों के निर्माण के माध्यम से रोज़गार सृजन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन प्रदान करना जारी रहेगा। मौके पर सभी मुखिया, जलसहिया, आईएसएके पवन कुमार, एसएम एवं सभी कर्मीगण उपस्थित रहे।