Bokaro News: चास एसडीओ ने कहा–छात्र-छात्राओं को स्कूल ड्रेस प्रति वर्ष बदलने का स्कूल प्रबंधन नहीं डाले दबाव

Bokaro News: चास अनुमंडल पदाधिकारी प्रांजल ढ़ांडा ने मंगलवार को समाहरणालय सभागार में जिले के अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों एवं विभिन्न निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: चास अनुमंडल पदाधिकारी प्रांजल ढ़ांडा ने मंगलवार को समाहरणालय सभागार में जिले के अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों एवं विभिन्न निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) जगरनाथ लोहरा, जिला शिक्षा अधीक्षक अतुल चौबे, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह समेत अन्य उपस्थित थे।
नियमों की अनदेखी करने पर स्कूल प्रबंधनों के विरूद्ध होगी कार्रवाई
अनुमंडल पदाधिकारी ने क्रम वार अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों से विभिन्न स्कूलों से संबंधित समस्याओं, उनके पक्ष को जाना। वहीं, कुछ मामलों में स्कूल प्रबंधनों/प्रतिनिधियों से भी जवाब लिया। उन्होंने अभिभावकों को अपनी शिकायतों को लिखित रूप से जिला स्तरीय समिति के समक्ष रखने को कहा। समिति लिखित रूप से सभी स्कूलों से उन पर उनका पक्ष लेगी। सीबीएसई/आइसीएससी/आरटीई एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर दिए गए दिशा निर्देशों का स्कूल प्रबंधन अनुपालन कर रहें हैं या नहीं। इसकी जांच कर डीईओ/डीएसई समिति को प्रतिवेदन समर्पित करेंगे। समिति नियमों की अनदेखी करने पर स्कूल प्रबंधनों के विरूद्ध कार्रवाई करेगी।

विद्यालय अपने पुस्तकों व प्रकाशनों की सूची स्कूल के वेबसाइट पर करें अपलोड

बैठक में स्कूल प्रबंधनों द्वारा फीस बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार 09 सदस्यीय कमेटी (स्कूल प्रबंधन/अभिभावक आदि) गठित कर उनके समक्ष प्रस्ताव रखने। कमेटी द्वारा सहमति के बाद ही फीस बढ़ोतरी लागू होने की बात कहीं गई। सभी विद्यालयों को अपने पुस्तकों एवं उसके प्रकाशनों की सूची स्कूल के वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा। किसी भी एक स्टोर/दुकान से पुस्तक/कापी लेने का स्कूल प्रबंधन अभिभावकों को बाध्य नहीं करेंगे। यह व्यवस्था करें कि स्कूल की पुस्तकें शहर के कम से कम 10 -15 दुकानों में उपलब्ध हो।

बच्चों के अवकाश पर रहने का फाइन अविलंब बंद करें स्कूल प्रबंधन

एनसीईआरटी की पुस्तकें विद्यालय द्वारा संचालित की जाएं। छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष ड्रेस बदलने का स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर नहीं डाले दबाव। साथ ही, बच्चों के अवकाश पर रहने का फाइन अविलंब बंद करें स्कूल प्रबंधन। मौके पर उपस्थित डीईओ एवं डीएसई ने कहा कि प्रबंधन यह ध्यान दें विद्यालयों का संचालन लाभ कामने के उद्देश्य से नहीं किया जाता है। अभिभावकों की समस्या/बातों को सुनने के लिए शिक्षकों का नाम व नंबर सर्वजनिक करें। स्कूल के वेबसाइट के साथ परिसर के बाहर फ्लैक्स/होर्डिंग के माध्यम से अधिष्ठापित करें। बैठक में इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई। जिस पर एसडीओ, डीईओ, डीएसई ने अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों एवं स्कूल प्रबंधनों को जरूरी दिशा निर्देश दिया।

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