Bokaro News: फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम 10 से 25 फरवरी तक चलेगा, जिले के 23 लाख 70 हजार 811 लोगो को डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की दवा खिलाने का है टारगेट। 10 फरवरी को बूथ पर एवं 11 फरवरी से 25 फरवरी तक घर-घर खिलाई जाएगी दवा।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत गुरुवार को मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन के लिए सिविल सर्जन डॉ एबी प्रसाद की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में हुई। बैठक में जिला विविड पदाधिकारी डॉ रेणु भारती ने क्रमवार जिला एवं प्रखंडों में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की तैयारियों व माइक्रो प्लान से अवगत कराया। सिविल सर्जन ने आपस में समन्वय करके सभी जरूरी तैयारियां को पूर्ण करने का निर्देश दिया। हमें लक्ष्य के अनुरूप बोकारो को फलेरिया मुक्त बनाना है। सीएस ने मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान पूर्ण होने के बाद बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रखंड, सीडीपीओ, बीईईओ एवं स्वयं सहायता समूह को चिन्हित करने को कहा। उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। मौके पर मुख्यालय डीएसपी अनिमेष गुप्ता, डीईओ जगरनाथ लोहरा, डॉ एनपी सिंह, डॉ. जफरूद्दीन, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद थे।
फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत 10 फरवरी से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत आगामी 10 फरवरी से 25 फरवरी तक जिले में चलाया जाएगा, जिसके तहत 10 फरवरी को बूथ पर व 11 फरवरी से 25 फरवरी तक घर-घर घूमकर सभी को डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की दवाई खिलाई जाएगी। सभी केंद्रों पर ससमय दवा उपलब्धता के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है। प्रचार-प्रसार के लिए जिला व प्रखंड स्तर पर माइकिंग, फ्लैक्स व बैनर लगाया जा रहा है। जागरूकता को लेकर प्रभात फेरी भी निकाली जाएगी।
आहर्ता रखने वाले आयु वर्ग को दवा खिलाएं ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर को यह निर्देशित करने को कहा कि वह घरदृघर जाकर दवा खिलाने के क्रम में महिला/पुरूष सभी को अपने सामने डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाएं। अक्सर देखा जाता है कि परिवार के सदस्यों की संख्या अनुरूप दवा ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर द्वारा परिवार के किसी एक सदस्य को दे दिया जाता है। जिसका सेवन बाद में परिवार के सदस्य नहीं करते है। जिससे बीमारी बनी की बनी रहती है। इसलिए वैक्सीनेटर अपने सामने की आहर्ता रखने वाले आयु वर्ग को दवा खिलाएं। मौके पर जिला विविड पदाधिकारी ने बताया कि 23 लाख 70 हजार 811 के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पर्याप्त संख्या में बूथ बनाएं गए है। जिसमें जिले के तीन अनुमंडलीय अस्पताल, आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 29 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 116 स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं 704 ग्राम, टोला की बूथ शामिल है। सभी स्तर पर चिकित्सा पदाधिकारियों, चिकित्सक कर्मियों, आंगनबाड़ी सेविका, सहिया, पारा मेडिकल, एनजीओ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
दवा खिलाते समय बरते सावधानियां एक साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की खुराक नहीं देनी है। एक साल से दो साल के बच्चे को डीईसी की खुराक नहीं देनी केवल एल्बेंडाजोल की आधी गोली पानी में घोलकर देना है। दो साल से पांच साल तक के बच्चे को डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की 1-1 गोली की खुराक देनी है। छः साल से 14 साल तक के लोगों को डीईसी की दो गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली की खुराक देनी है। 15 साल से अधिक उम्र के लोगो को
क्या करें फाइलेरिया के बारे में सामान्य जानकारी दें। उम्र के अनुसार दवा की सही खुराक का प्रयोग करें। भोजन के उपरांत ही दवा का सेवन करें। परिवार के सभी सदस्य दवा का सेवन करें एवं अन्य व्यक्तियों को दवा लेने के लिए प्रेरित करें। दवा खाने के उपरांत होने वाले प्रतिकूल प्रभाव की जानकारी लेने एवं देने का प्रयास करें। गंदे जमे पानी को बहाने के लिए प्रेरित करें।
क्या नहीं करें
1 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को दवा का सेवन नहीं कराएं। गर्भवती महिलाएं को फैलेरिया की दवा न दें। किसी भी स्थिति में खाली पेट या दवा सेवन ना करें। गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को यह दवा नहीं दी जानी चाहिए।