Bokaro News: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक में योजना पर चर्चा

Bokaro News: अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी ने पदाधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (पीएमवीवाई) के जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक की।

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता

Bokaro: अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी ने पदाधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (पीएमवीवाई) के जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक की। मौके पर महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र राजेंद्र प्रसाद, एलडीएम मो. आबिद हुसैन सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
योजना की अहर्ता की ली जानकारी
एसी ने समीक्षा क्रम में योजना की अहर्ता के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान पीएमवीवाई पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों की जानकारी ली। पंचायत स्तर पर संबंधित पंचायत के मुखिया द्वारा आवेदन अपलोड किया जाता है, जिसका सत्यापन करते हुए आवेदनकर्ताओं को प्रशिक्षण विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। सफल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कारीगर को टूल कीट उपलब्ध कराया जाता है। अगर किसी आवेदक को ऋण की आवश्कता होती है, तो आवेदन को स्वीकृत करते हुए राज्य मुख्यालय को ऋण मुहैया के लिए स्वीकृति के लिए अनुशंसा की जाती है। मौके पर सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पलाश (जेएसएलपीएस), सभी प्रखंड समन्वयक उद्योग, नगर निगम चास के समन्वयक उपस्थित थे।
जिला स्तरीय कार्यशाला जनवरी में करने का निर्देश
अपर समाहर्ता ने डीआईसी के महाप्रबंधक को योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की बात कहीं। उन्होंने जेएसएलपीएस के तहत निबंधित एसएचजी समूह के सदस्यों, मुखिया आदि के साथ जिला स्तरीय कार्यशाला जनवरी के दूसरे पखवारे में आयोजित करने का निर्देश दिया। प्रखंड समन्वयों को क्षेत्र भ्रमण कर योजना से संबंधित आहर्ताधारियों, पारंपरिक कार्य कर रहें लोगों को जागरूक करने को कहा। पोर्टल पर प्राप्त 2,239 आवेदनों का भौतिक सत्यापन जनवरी माह में पूरा करने को कहा। वहीं, समिति के समक्ष 4,157 आवेदनों को राज्य के लिए अनुशंसा करने का स्वीकृति दिया गया। इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर चर्चा करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिया गया है।

क्या है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना
प्रधानमंत्री ने 17 सितंबर को केन्द्रीय क्षेत्र की योजना पीएम विश्वकर्मा की शुरुआत की थी। जिसका उद्देश्य अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को संपूर्ण सहायता प्रदान करना है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय पीएम विश्वकर्मा योजना का नोडल मंत्रालय है। 18 पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े कामगारों को बढ़ावा देने और नए अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना शुरू की है। इसके तहत कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, ताला बनाने वाले, लोहार-सुनार, कुम्हार-मूर्तीकार, मोची-राज मिस्त्री, डलिया-चटाई, झाड़ू बनाने वाले, पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी-दर्जी जैसे कारीगरों को वित्तीय सहायता, तकनीकी प्रशिक्षण और टूल्स-मशीनरी के लिए सहायता राशि प्रदान की जाती है।

ऐसे करें योजना के तहत पंजीकरण 

इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदनकर्ता को प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कराना होता है। इसके लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता जरूरी हैं। उसके बाद दूसरे चरण में पंजीकरण के बाद मुखिया द्वारा कारीगर को पोर्टल पर सत्यापित किया जाता है, फिर जिला स्तर पर जांच के बाद कारीगर को सत्यापित (वेरीफाई) किया जाता है। चयनित कारीगरों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्हें 15,000 हजार रुपए टूलकिट के लिए सहायता राशि प्रदान की जाती है और कारीगर की जरूरत के अनुसार पहली बार बिना किसी गारंटी के 01 लाख रूपए तक ऋण पांच फीसदी ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाता है। वहीं, पहले चरण का ऋण ससमय लौटाने पर दूसरी बार 02 लाख रुपए तक का ऋण दिया जाता है।

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