Bokaro News: डुमरी विधायक जयराम ने बीएस सिटी थाना में दर्ज कराया बोकारो विधायक श्वेता के खिलाफ एफआइआर, थाना में कांड संख्या 70/25 दर्ज, पुलिस ने शुरू किया अनुसंधान।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: बोकारो विस्थापित अप्रेंटिस संघ के आंदोलन से जुडे मामले में कई केस दर्ज हो चुक है। तीन अप्रैल से आठ अप्रैल तक 10 मामले दर्ज किये गये है। इसी दौरान डुमरी विधायक सह जेएलकेएम के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो ने बोकारो जिला के बीएस सिटी थाना में बोकारो विधायक श्वेता सिंह के खिलाफ कांड संख्या 70/25 दर्ज करायी है। प्राथमिकी में श्वेता सिंह के साथ समर्थक मनीष कुमार सिंह, राजीव गुप्ता सहित अन्य को आरोपी बनाया है। प्राथमिकी में तीन अप्रैल को मेरे साथ दुर्वयवहार व मेरे अंगरक्षकों के साथ धक्का मुक्की के अलावा मेरी गाड़ी का नंबर प्लेट व एमएलए डुमरी लिखा नेमप्लेट तोड़ने व जान माल की क्षति पहुंचाने की नियत से हमला करने का जिक्र किया गया है। प्राथमिकी धारा 131/ 191/ 190/ 126 (2)/115 (2)/324 (2) के तहत दर्ज किया गया है।
पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया है पुलिस ने इस मामले में अनुसंधान शुरू कर दिया है। आवेदन में डुमरी विधायक जयराम महतो ने लिखा है कि तीन अप्रैल को झारखंड विधानसमा में पुस्तकालय समिति व खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले समिति की बैठक में भाग लेने के लिए रांची गये थे। रांची में ही सूचना मिली कि सेल बोकारो में प्रदर्शन कर रहे विस्थापित युवाओं पर सीआइएसएफ द्वारा लाठी चार्ज किया गया है। इसमें कई विस्थापित युवा घायल हैं। एक युवक प्रेम प्रसाद की मौत भी हो गयी है। सूचना मिलते ही मैं बोकारो पहुंचा। बोकारो पहुंचकर मृतक के परिजनों से बीजीएच (बोकारो जेनरल अस्पताल) में भेंट किया।
एक जनप्रतिनिधि का आचरण शर्मनाक व निंदनीय विधायक महतो ने कहा कि इसके बाद एडीएम बिल्डिंग के समीप सड़क पर धरने में बैठे विस्थापितों से मिलने लगभग शाम पौने सात बजे गया। वहां बोकारो विधायक अपने समर्थकों के साथ पहले से मौजूद थी। वहां मेरे पहुंचते ही बोकारो विधायक व उनके समर्थकों ने बोलते हुए हमला कर दिया कि मैं बोकारो का विधायक नहीं हूं। हमला करते हुए वे बोल रहे थे कि यहां से निकलो, नहीं तो जान से मार देंगे। मेरी गाड़ी पर भी हमला किया गया। नंबर प्लेट व एमएलए डुमरी लिखा हुआ नेमप्लेट भी तोड़ दिया गया। एक जनप्रतिनिधि का आचरण शर्मनाक व निंदनीय है।
विधायक बाद में पार्टी का केंद्रीय अध्यक्ष हूं पहले मैं विधायक बाद में हूं। पहले मैं पार्टी का केंद्रीय अध्यक्ष हूं। मैं चाहता तो घटनास्थल पर इसका जवाब दे सकता था। झारखंड में किसी की ताकत नहीं है कि मुझे कहीं जाने से रोक सके, लेकिन मैंने संयम बरतते हुए मामले को बढ़ने नहीं दिया। चूंकि अभी विषय एक झारखंडी विस्थापित युवा की निर्मम मौत व कई घायल विस्थापितों का था। जो मेरे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण था। मेरा आग्रह होगा कि मीडिया वालों के मोबाइल व कैमरे में शर्मनाक घटना का वीडियो उपलब्ध होगा। आपके स्तर पर उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में मैं वीडियो फुटेज भी उपलब्ध करवा सकता हूं। मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए दोषियों पर कानून समस्त कार्रवाई करें। मृतक प्रेम प्रसाद व अन्य इलाजरत लोगों की अच्छी इलाज के लिए व पीड़ित परिवारों को ढाढस बांधने व प्रेम महतो का दाह संस्कार में व्यस्त रहने से आवेदन देने में विलंब हुई।