Bokaro MLA Shveta Singh: सदर अस्पताल निरीक्षण के दौरान भड़की बोकारो विधायक श्वेता, कहा–काम में कोताही करने वाले चिकित्सक को नौकरी से किया जाएगा मुक्त

Bokaro MLA Shveta Singh: जनता की शिकायत पर बोकारो विधायक श्वेता सिंह ने शनिवार को सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। नवजात की मौत के जिम्मेवार व लापरवाह चिकित्सक डॉ रेखा का सीएस जल्द करें सस्पेंड, अस्पताल की कार्य प्रणाली में अविलंब करें सुधार।

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता

Bokaro: जनता की शिकायत पर बोकारो विधायक श्वेता सिंह ने शनिवार को सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लेबर रूम, एसएनसीयू, भर्ती वार्ड सहित अन्य विभाग का निरीक्षण किया।
सदर अस्पताल की अव्यवस्था और चिकित्सकों की लापरवाही पर विधायक ने नाराजगी जताते हुए सिविल सर्जन को अविलंब कार्य प्रणाली में सुधार करने की हिदायत दी। यह पहली और आखिरी गलती होनी चाहिए। अगर कोई चिकित्सक कार्य में कोताही करेंगे तो उन्हें नौकरी से मुक्त कर दिया जाएगा।

नवजात की मौत में चिकित्सक की लापरवाही
प्रसूति विभाग में भर्ती एक पीड़ित महिला ने रोते हुए अपने नवजात की मौत की शिकायत विधायक से की। कहा कि डॉ रेखा की लापरवाही के चलते नवजात की मौत हुई है। बीते 8 दिसंबर को सिजेरियन डिलेवरी के बाद गंभीर स्थिति में नवजात को बोकारो जेनरल अस्पताल के रेफर करने और इलाज के दौरान नवजात की मौत पर विधायक ने चिकित्सक की घोर लापरवाही की बात कही। इस तिथि को ड्यूटी में मौजूद डॉ रेखा को तुरंत सस्पेंड करने की बात सिविल सर्जन को कहा गया। विधायक ने कहा कि जिस महिला के बच्चे की मौत हुई, वह निहायत गरीब है। सिविल सर्जन को कहा गया कि अपने स्तर से किसी फंड से पीडिता के लिए मुआवजा की व्यवस्था करें।

भर्ती मरीजों को तुरंत उपलब्ध कराएं कंबल
सामान्य वार्ड व महिला वार्ड में भर्ती कई मरीजों ने कहा कि ठंड में कंबल नहीं मिल रहा है, मांगने पर कहा जाता है कि अभी उपलब्ध नहीं है। आठ से दस दिन में बेड शीट बदला जाता है। सीएस को कहा गया कि ठंड में हर मरीज को कंबल उपलब्ध कराएं।

अज्ञात व्यक्ति के डेड बॉडी को 15 घंटे तक फर्श पर रखना अमानवीय काम

विधायक ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था सुधार के लिए नियमित निरीक्षण करूंगी। विधायक ने कहा कि सदर अस्पताल आम जनता के लिए संजीवनी है, जिससे हजारों लोग लाभ लेते है। लेकिन अगर ऐसी बदहाल व्यवस्था रहेगी तो जनता को हमेशा परेशानी झेलनी पड़ेगी। एक सवाल के जवाब में श्वेता सिंह ने कहा कि अस्पताल में अज्ञात व्यक्ति की मौत के बाद करीब 15 घंटे तक भर्ती वार्ड के बगल में फर्श पर छोड़ देना घोर लापरवाही व अमानवीय काम है। डेड बॉडी को मर्ची में रखने की व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन को करनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान सीएस डॉ अभय भूषण प्रसाद, एसीएमओ डॉ एचके मिश्रा, डॉ निकेत चौधरी चौधरी सहित अन्य चिकित्सक व कर्मी मौजूद थे।

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