Bokaro Crime News: 15 माह से आवास में कैद मां और बेटे को पुलिस ने सेक्टर छह से कराया मुक्त
Bokaro Crime News: एक आवास में 15 माह से कैद मां सीता देवी और बेटे संतोष कुमार को सेक्टर 6 पुलिस ने कराया मुक्त। सेक्टर छह डी/2517 के खाली आवास में दोनों को किया था कैद। महिला का चास में हैं अपना आवास।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: बोकारो पुलिस के सामने सोमवार को हैरान करनेवाला मामला सामने आया। मामला सेक्टर 6 का है। 15 माह से एक आवास में मां सीता देवी ( 70 वर्ष ) और बेटे संतोष कुमार (45 वर्षी) को कैद कर रखा गया था। इसकी भनक लगते ही सेक्टर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर संगीता कुमारी ने टीम के साथ सेक्टर 6 डी, आवास संख्या 2517 पहुंची। चास थाना से इस मामले का सत्यापन किया गया। पता चला कि 15 माह पूर्व एक महिला व एक पुरूष वंशीडीह से लापता है। इस मामले की पुष्टि के बाद इंस्पेक्टर संगीता ने बढई के सहयोग से आवास का ताला कटवाया। इसके बाद मां और पुत्र को कैद से मुक्त कराया गया। इसके बाद ब्लॉक और आस पडोस के लोगों को घटना की जानकारी मिली। खबर सुनते ही ब्लॉक के समीप लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस बावत सेक्टर 6 इंस्पेक्टर संगीता कुमारी ने कहा कि मामला संज्ञान में आने के बाद वरीय अधिकारियों को जानकारी दी गयी। निर्देश मिलने के बाद सत्यापन करने के साथ-साथ मां और पुत्र को कैद से छुड़ाया गया। आगे की जांच की जा रही है।
पडोस में रहनेवालों को भी नहीं लगी भनक
पड़ोस में रहने वाले लोगों को भी मां और बेटे के कैद किए जाने की भनक नहीं लगी थी। आरोप सेक्टर तीन में रहनेवाले एक राजनीतिक पार्टी से जुडे अशोक सिंह पर लगा है। यह बीएसएल का आवास खाली पडा था। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है। कैद से मुक्त होने के बाद संतोष कुमार ने बताया कि न्यायालय में एक केस चल रहा था। उस केस के दौरान एक अधिवक्ता के माध्यम से अशोक सिंह से परिचय हुआ।
बाहर से गेट में लगा दिया था ताला
अशोक सिंह ने आर्थिक रूप से मदद की। इसके बाद राशि वापस करने के लिए चास के तारानगर वंशीडीह स्थित संपत्ति को बेचने का दबाव बनाने लगे। कई बार मारपीट भी की गई। 15 माह पूर्व बाइक पर बैठा कर सेक्टर छह डी आवास में लेकर आये। उन्होंने बताया था कि संपत्ति बेचने से जुडा कार्य है। इसके बाद हम दोनों मां और बेटा को कैद कर दिया। बाहर से गेट में ताला लगा दिया गया। घर में खाना बनाने के लिए चावल व आटा दे दिया था। राशन खत्म होने पर खिडकी के माध्यम से पडोसी से मांग कर खाते थे। एक दिन मां बालकोनी में खडी थी। एक परिचित गुजर रहे थे, तो मां ने उससे मदद की गुहार लगायी। इसके बाद पुलिस तक मामला पहुंची। संतोष ने बताया कि वे मूलरूप से बिहार के शेखपुरा जिला के रहनेवाले है। पिता व भाई की मौत पहले ही हो गयी थी। स्थायी रूप से चास थाना क्षेत्र के तारानगर वंशीडीह में आवास है। 15 माह से यहां कैद है।
मामला गंभीर है
बोकारो एसपी हरविंदर सिंह ने कहा कि यह मामला गंभीर है। थाना प्रभारी को जांच के आदेश दिये गये है। दोषी कौन-कौन है। इन सभी पहलुओं पर जांच किये जा रहे हैं। दोषियों को गिरफ्तार किया जायेगा।