Bokaro Crime News: 25 लाख के लिए दोस्त ने किया दोस्त का अपहरण, पहचान के डर से अत्यधिक शराब पिलाकर मार डाला
Bokaro Crime News: बीते 10 जून को बोकारो के बोकारो स्टील सिटी थाना क्षेत्र के सेक्टर तीन निवासी देवाशीष (19 वर्ष) का अपहरण और हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। अपने बैंक खाता को अन होल्ड कराने के लिए बनाई थी अपहरण की योजना।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: बीते 10 जून को बोकारो के बोकारो स्टील सिटी थाना क्षेत्र के सेक्टर तीन निवासी देवाशीष (19 वर्ष) का अपरण और हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। गुरूवार को एसपी हरविंदर सिंह ने कैंप दो कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में पत्रकारों को यह जानकारी दी। एसपी ने बताया कि देवाशीष का अपरण उसके ही दोस्त सेक्टर 12 थाना क्षेत्र निवासी अमन (19 वर्ष) ने 10 जून को अपहरण दो बजे किया था। देवाशीष का अपहरण 25 लाख रूपये की फिरौती के लिए किया गया। इसके बाद पोल खुलने की सोच कर पहचान के डर से अमन ने देवाशीष को अत्यधिक शराब पिलाकर 10 जून को ही शाम में हत्या कर दी। लोकेशन के आधार पर सिटी डीएसपी आलोक रंजन व इंस्पेक्टर संजय कुमार की टीम ने 11 जून की रात लगभग 12 बजे माराफारी थाना क्षेत्र के गेमन कॉलोनी स्थित एक आवास से शव बरामद किया। देर रात को सेक्टर 12 आवास से अमन को गिरफ्तार लिया।
एक ही स्कूल से इंटर की पढाई पूरी की है
अमन मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलिया जिला के करौदी गांव का रहनेवाला है। जबकि मृतक देवाशीष भी मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहनेवाला था। एक ही स्कूल से इंटर की पढाई पूरी की है। अमन के पिता बोकारो में एक कंपनी में कार्यरत है। जबकि देवाशीष के पिता ओडिसा में एक कंपनी में कार्यरत है। अमन के स्वीकारोक्ति बयान आधार पर पुलिस ने हत्या में उपयोग सामान को बरामद किया।
डीएसपी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन
एसपी ने बताया कि देवाशीष की माता रीता देवी (पति विजेंद्र कुमार) सेक्टर तीन सी -139 ने 11 जनू को बीएस सिटी थाना में कांड संख्या 110/25 की प्राथमिकी दर्ज करायी थी। दर्ज प्राथमिकी में कहा था कि 10 जून को दोपहर दो बजे देवाशीष का अपहरण किया गया है। मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया। घटना के उद्भेदन को लेकर सिटी डीएसपी आलोक रंजन के नेतृत्व में एक एसआइटी का गठन किया गया।
टीम में ये थे शामिल
एसआइटी में सेक्टर चार थाना प्रभारी इंस्पेक्टर संजय कुमार, बीएस सिटी थाना के पुअनि शैलेंद्र पासवान, पुअनि महती बोयपाय, पुअनि जितेश कुमार, आरक्षी योगेंद्र रजक, मो इलयास अंसारी, राजीव कुमार, विजय कुमार सिंह, मदन प्रसाद को शामिल किया गया। अनुसंधान व तकनीकी सबूत के आधार पर सेक्टर 12 थाना क्षेत्र के सेक्टर 12 ए -1289 निवासी अमन कुमार वत्स को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी।
गड्ढा खोदकर शव को गाड़ दिया गया
श्री सिंह ने कहा कि अमन के बयान के अनुसार देवाशीष के परिजनों से 25 लाख रुपये उगाही करने के उद्देश्य से अपहरण किया गया। पहचान हो जाने के डर से देवाशीष को जान से मार कर गेमन कॉलोनी क्वार्टर नंबर जी-9 में गड्ढा खोदकर शव को गाड़ दिया गया। अमन के निशानदेही पर देवाशीष के शव को गेमन कॉलोनी के आवास से बरामद किया गया।अभियुक्त अमन के अतिरिक्त कांड में अन्य अपराधकर्मीयों की संलिप्ता के संबंध में साक्ष्य जुटाया जा रहा है। अभियुक्त की निशानदेही पर पुलिस ने गड्ढा खोदने में उपयोग लोहे का सबल, एक मोबाइल सीम, 32 जीबी का मेमोरी कार्ड, 180 एमएल का आधा बोतल शराब, अभियुक्त का जुता, तीन मोबाइल (एक अभियुक्त, एक मृतक व एक अन्य) मृतक का कपड़ा व चप्पल बरामद किया गया।
इंस्ट्राग्राम से मप्र के साइबर फ्राड से जुडा अमन
एसपी ने कहा कि पूछताछ में पता चला अमन का संपर्क इंस्ट्राग्राम के जरिये मध्य प्रदेश के साइबर फ्राड से हुआ। उसने अमन से बैंक खाता किराये पर देने की बात कही। इसके एवज में हर माह एक मोटी रकम देने का वादा किया। तब अमन ने साइबर फ्राड को अपना बैंक खाता किराये पर दिया। उसके खाते से मोटी रकम का ट्रांजेक्शन होने लगा था। फिलहाल खाते में 11 लाख रूपये आने पर बैंक खाता को फ्रिज कर दिया गया था। ऐसी स्थिति में अमन मोटी रकम की तलाश में था, ताकि अपने होल्ड बैंक खाता को अनहोल्ड कर सके। इस वजह से देवाशीष का अपहरण किया।
अमन ने देवाशीष को जमकर शराब पिलायी
एसपी श्री सिंह ने कहा कि अमन ने घटना से पहले सोशल साइट पर किराये के घर की तलाश की। सोशल साइट पर उसे गेमन कॉलोनी में किराये का घर मिला। इस घर को अमन ने ठिकाने के रूप में इस्तेमाल किया। घटना के दिन देवाशीष को दोपहर दो बजे घर से बुलाकर गेमन कॉलोनी स्थित आवास में ले गया। देवाशीष को जमकर शराब पिलायी। इसके बाद उसे समझ आया कि उसकी पहचान हो जायेगी। इसके बाद डर से अमन ने हत्या कर दी। शव को आवास के समीप एक गड्ढे में डाल कर मिट्टी डालकर उपर से पौधा लगा दिया।ताकि कोई समझ नहीं पाये। पकडे जाने पर शव को उस जगह से निकाला।
माता ने किया घटना की पूरी जांच की मांग
प्रेस वार्ता के दौरान यह भी पता चला कि अमन ने पुलिस वालों को खूब छकाया। पहले बताया कि हत्या में एक और युवक शामिल है। हत्या में प्रयुक्त साबल उसके पास है। शव को साथ मिलकर ठिकाने लगाया है। जब पुलिस ने सख्ती की, तो उसके घर से सभी सामान बरामद किया गया। तीसरा मोबाइल फोन किसका है। इस पर पुलिस अमन द्वारा उपयोग किये जाने की बात कह कर जांच की बात कह रही है। हालांकि एसपी श्री सिंह, डीएसपी श्री रंजन व इंस्पेक्टर श्री कुमार ने मामले में लगातार अनुसंधान की बात कही है. ताकि घटनाक्रम पर पूरी तरह से पर्दा उठ सके। इधर, मृतक की माता रीता देवी व मामा ओम प्रकाश सहित अन्य घरवालों को पुलिस के त्वरित अनुसंधान व एक अभियुक्त की गिरफ्तारी असंतोषजनक लग रही है। मामले की पूरी गहराई से जांच करने की मांग की जा रही है।
मृतक की मां ने दर्ज कराया था मामला
मृतक देवाशीष की माता रीता देवी (सेक्टर तीन सी, आवास संख्या 139) ने बीएस सिटी थाना में 11 जून को मामला दर्ज कराया। प्राथमिकी में कहा कि मेरा पुत्र देवाशीष (19 वर्ष) 10 जून को दोपहर दो बजे किसी दोस्त का फोन आने पर घर से निकला। अपराह्न ढाई बजे से मोबाईल नंबर 7091859089 बंद आ रहा है. मेरे पुत्र को खोजने में मदद करे।