Bokaro Crime News: को-ऑपरेटिव कॉलोनी में डीजीएम के पिता कालिका की हत्या का राज डॉग ने खोला 

Bokaro Crime News: आरोपी महिला ने बताया कि छेड़छाड़ से तंग आकर दिया घटना को अंजाम। बोकारो स्टील सिटी थाना क्षेत्र के को-ऑपरेटिव कॉलोनी में बीते 11 मई को 85 वर्षीय कालिका राय की हुई थी हत्या।

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता

Bokaro: बोकारो के बोकारो स्टील सिटी थाना क्षेत्र के को-ऑपरेटिव कॉलोनी में बीते 11 मई को 85 वर्षीय कालिका राय की हुई का एसआइटी टीम ने महज 48 घंटे के अंदर इसकी गुत्थी को सुलझा लिया। मंगलवार को बीएस सिटी थाना परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में सिटी डीएसपी आलोक रंजन ने पत्रकारों को जानकारी दी।

एक चप्पल जांच में किया सहयोग

डीएसपी ने बताया कि हत्या का राज पुलिस के खोजी डॉग ने खोला। घटना स्थल से डॉग ने एक चप्पल को खोज निकाला। एसआइटी टीम को जांच में इसका सहयोग मिला। इसी के सहारे घटना को अंजाम देनेवाली महिला तक पहुंची। हत्यारोपी महिला रूणा देवी (60 वर्षीय) को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। महिला के निशानदेही पर एसआइटी ने मृतक कलिका राय के घर की चाभी का गुझा, हत्या में प्रयुक्त लोढा, खून लगा नाईटी, एक मोबाईल जब्त किया।

10 मई को ही महिला ने की थी हत्या

डीएसपी ने बताया कि 10 मई को ही रूणा ने कालिका राय की हत्या की थी। मृतक के पुत्र बीएसएल जीएम विनय कुमार सिंह ने बीएस सिटी थाना में कांड संख्या 92/24 दर्ज कराया था। एसपी मनोज स्वर्गियारी के निर्देश पर एक एसआइटी का गठन किया गया। टीम ने साक्ष्य के आधार पर महिला को उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महिला (पति नवल ठाकुर) ने अपराध स्वीकार किया।

आरोपी महिला मृतक कालिका राय की किरायेदार थी

आरोपी महिला ने बताया कि उसी भवन में कालिका राय की किरायेदार थी। स्व कालिका बार-बार गलत इरादे से बुलाते थे। किराया नहीं चुकाने पर मानसिक दबाव बनाते थे। बहुत दिनों से किराया बकाया है। 10 मई को कलिका राय महिला को मछली देने के बहाना से घर बुलाया था। महिला मछली विक्रेता भी थी। इसी दौरान जब उन्होंने रूणा के साथ गलत हरकर करने लगे, तो किचन में रखा लोढा लाकर उनके सर व चेहरा पर मार कर हत्या कर दी। घर में ताला मारकर चाभी को बॉन्ड्री के बाहर फेंक कर चली गई।

एसआइटी टीम में ये थे शामिल

गठित एसआइटी टीम में बीएस सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुदामा कुमार दास, सेक्टर चार थाना प्रभारी इंस्पेक्टर संजय कुमार, पुअनि महती बोयपाय, पुअनि शैलेन्द्र पासवान, पुअनि निरज सेठ, सअनि रीता पासवान, आरक्षी मदन प्रसाद, सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह, राजीव कुमार, मो इलयास अंसारी, योगेन्द्र कुमार रजक, प्रफुल कुमार मंडल, विजय कुमार सिंह, नवीन कुमार शामिल थे। घटना के उदभेदन में एसआइटी के साथ-साथ डॉग स्कवायड, फिंगर प्रिंट, फोरेंसिंक व टेक्निकल टीम की भूमिका अहम रही।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *