Bihar Election 2025 Dates: चुनाव आयोग ने किया एलान, बिहार में दो चरणों में होगा मतदान, 14 नवंबर को जारी होंगे परिणाम
Bihar Election 2025 Dates: भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का एलान कर दिया। पहला मतदान छह नवंबर को, दूसरे चरण का मतदान 11 को होगा।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Delhi : भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का एलान कर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज्य में दो चरणों में मतदान होगा, जिसके बाद 14 नवंबर को मतगणना की जाएगी और नतीजे घोषित होंगे।
पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को
पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होगा, जिसमें कुल 121 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे।
दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को
दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा, जिसमें शेष 122 सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
आदर्श आचार संहिता लागू
चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही बिहार में तत्काल प्रभाव से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि आयोग ने चुनाव की तैयारियों के संबंध में विभिन्न राजनीतिक दलों, अधिकारियों और पुलिस बल के साथ कई बैठकें की हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण किया जा चुका है और राज्य में लगभग 14 लाख नए मतदाता जुड़े हैं।
विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को हो रहा समाप्त
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नामांकन की आखिरी तारीख से 10 दिन पहले तक छूटे हुए नाम मतदाता सूची में जोड़े जा सकेंगे। यह चुनाव वर्तमान सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और विपक्षी महागठबंधन के लिए महत्वपूर्ण होगा। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव (2020) के नतीजों के बाद से राज्य की राजनीतिक स्थिति में कई बड़े बदलाव आए हैं। 2020 में, एनडीए ने बहुमत हासिल किया था, जिसमें भाजपा, जेडीयू और अन्य सहयोगी दल शामिल थे। हालांकि, 2022 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए छोड़कर राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ सरकार बना ली थी। लेकिन, इस साल (2025) लोकसभा चुनाव से ठीक पहले, नीतीश कुमार एक बार फिर पाला बदलकर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में लौट आए और फिलहाल एनडीए गठबंधन की सरकार है।
राज्य में राजनीतिक गहमागहमी तेज
चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही राज्य में राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है। सभी प्रमुख दल और गठबंधन अपनी चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। इस चुनाव में मुख्य रूप से रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, जातिगत जनगणना के प्रभाव और विकास परियोजनाओं जैसे मुद्दे हावी रहने की संभावना है। दोनों ही गठबंधन अपने-अपने कार्यकाल की उपलब्धियों और भविष्य के रोडमैप को जनता के सामने रखेंगे। चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा और प्रशासनिक कदम उठाने की बात कही है। इस बार के चुनाव में, मतदाताओं के उत्साह और राजनीतिक स्थिरता के मुद्दे पर उनका निर्णय राज्य की भावी दिशा तय करेगा। चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को साफ हो जाएंगे।