Bokaro : कर्मचारियों व यात्रियों की मांगों को लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ का प्रतिनिधिमंडल मिला महाप्रबंधक से

Bokaro के कर्मचारियों व आम यात्रियों की मांगों को लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल संघ के सहायक महामंत्री श्रवण कुमार के नेतृत्व में दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक से की मुलाकात, सौंपा नौ सूत्री मांग पत्र।

न्यूज़ इम्प्रैशन संवाददाता 

Bokaro : कर्मचारियों व आम यात्रियों से संबंधित नौ सूत्री मांगों को लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल संघ के सहायक महामंत्री श्रवण कुमार के नेतृत्व में दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा से मिला। मिलकर नौ सूत्री मांग पत्र सौंपा। प्रतिनिधि मंडल में बोकारो शाखा सचिव रंजीत श्रीवास्तव, विपिन बिहारी सिंह, रितेश मिश्रा, कुमार अभिषेक, रंजीत कुमार सिंह, शशि कुमार, संजय कुमार इत्यादि समेत अनेक संघ प्रतिनिधि शामिल थे।
क्या है कर्मचारियों व यात्रियों से संबंधी मांग पत्र

1- बोकारो अवस्थित रेलवे अस्पताल में एक भी महिला चिकित्सक नहीं हैं, जिसके कारण हमारे घर की महिलाएं व महिला कर्मचारी पुरूष डॉक्टरों से अपनी समस्या खुलकर नहीं बता पाती हैं।
2- बोकारो रेलवे अस्पताल में किसी भी प्रकार की इमरजेंसी सुविधा नहीं है और न हीं कोई विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद हैं। ऐसे स्थिति में कर्मचारी व उनके आश्रितों को इमरजेंसी या विशेषज्ञ चिकित्सक की जरूरत पड़ने पर सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है। ऐसे में रेफर की सुविधा बिना किसी विवाद के प्रदान किया जाए।
3- सिग्नलिंग सिस्टम फेल्योर होने पर गाडियों का परिचालन ऑपरेटिंग डिपार्टमेंट मैन्युअली करता है, जिसमें डिविजनल कंट्रोल जल्दी करने का दबाव बनाता है। जिससे गलत हो जाने पर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है, इसे रोके जाने की जरूरत है।
4- लोको पायलट हज़ारों लोगों की जिंदगी लेकर चलते हैं, इनकी ड्यूटी आवर के साथ कोई भी समझौता नहीं किया जाए।
5- ईएलएस व बीकेसीएस के बाउण्ड्री के ठीक पहले लेवल क्रासिंग की विजिबिलिटी बहुत ही खराब है। ड्यूटी जाने वक्त हाई लैंड की वजह से ट्रैक पर आ रही गाड़ी नहीं दिख पाती है। इसके समाधान के लिए बायी व दायी तरफ उच्च भूमि को सड़क के लेवल में समतल कर दी जाए।
6- यदि कर्मचारी को उसकी योग्यता के अनुसार रेलवे क्वार्टर आवंटित या अपग्रेड नहीं हो पाता, ऐसे में एचआरए अविलंब चालू किया जाए। खाली पड़े टाइप 4 क्वार्टर को योग्य कर्मचारी को आवंटित भी नहीं किया जाता हैं। वैकेंट टाईप-4 क्वार्टर बताकर उनका एचआरए भी नहीं दिया जाता।
7- बोकारो का रेलवे आवासीय परिसर लगभग एक स्क्वेयर किमी में फैला हुआ है और लगभग 3000 रेलवे कर्मचारी कार्यरत हैं, किन्तु मनोरंजन के लिए कोई भी क्लब या इनडोर रिक्रिएशन सेंटर नहीं है।
8- कल्याण मंडप का आकार जरूरत के अनुसार काफी छोटा है, इसमें कमरों की संख्या भी बढ़ाने की आवश्यकता है।
9- स्टेशन परिसर स्थित पेड पार्किंग का गेट व रेलवे-स्टेशन पर पिक एंड ड्रॉप एरिया पर आने वाले यात्रियों व सहयात्रियों के लिए अलग गेट की व्यवस्था की जाए। पिक एंड ड्रॉप एरिया अनपेड क्षेत्र है। इस गेट को पूरी तरह से आरपीएपफ या रेलवे प्रशासन के नियंत्रण में दिया जाए।

रेल मंत्री से मिला प्रतिनिधिमंडल
भारतीय रेलवे मजदूर संघ का प्रतिनिधि मंडल ने बीते 12 सितंबर को केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से भेंट किया। रेलवे स्टाफ व सांगठनिक विषयों पर चर्चा की गयी। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने रेलवे बोर्ड कार्यालय में भी पदाधिकारी से मिले। प्रतिनिधि मंडल में लखनउ के अशोक शुक्ला, बोकारो के पवन कुमार (राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय रेलवे मजदूर संघ), दिल्ली के उप महामंत्री संजीव सिन्हा, गोरखपुर के दिलीप चक्रवर्ती, दिल्ली के काली कुमार सहित अन्य शामिल थे।

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