Bhagwan Birsa Munda Jayanti : भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई, मंत्री योगेन्द्र प्रसाद ने कहा—उनके जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता
Bhagwan Birsa Munda Jayanti : भगवान बिरसा मुंडा जयंती समारोह समिति द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ शनिवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: भगवान बिरसा मुंडा जयंती समारोह समिति द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ शनिवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत परंपरागत आदिवासी रीति–रिवाज के तहत पहन राजीव कुमार मुंडा, नायके बाबा, एवं दियुरी गंगाधर पुर्ती ने पूजा-अर्चना कर की। अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष योगो पूर्ति एवं संचालन रेंगो बिरुवा ने किया। उद्घाटन समारोह में झारखंड सरकार के जल आपूर्ति मंत्री योगेन्द्र प्रसाद महतो, चंदनकियारी विधायक उमाकांत रजक, बेरमो विधायक अनूप सिंह, डीसी अजय नाथ झा, तथा एसपी हरविंद्र सिंह उपस्थित रहे। अतिथियों ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। इससे पहले समिति द्वारा पारंपरिक नृत्य, लोटा-पानी व स्वागत गीतों के साथ अतिथियों का अभिनंदन किया गया।
अतिथियों को प्रतीक चिह्न का मोमेंटो भेंट कर किया गया सम्मानित
समिति ने सभी अतिथियों को बिरसा मुंडा के प्रतीक चिह्न का मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। मंत्री श्री महतो ने अपने संबोधन में कहा कि बिरसा मुंडा केवल एक स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं, बल्कि युग-पुरुष थे। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर उनके बताए मार्ग पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। समिति के अध्यक्ष श्री पूर्ती ने बताया कि पिछले 50 वर्षों से समिति नयामोड़ स्थित बिरसा मुंडा प्रतिमा स्थल पर जयंती समारोह का आयोजन करती आ रही है। सचिव महेश मुंडा, कोषाध्यक्ष संजय गांगराई, संजु सामता, झरीलाल पात्रा, मनीषा मुंडा, संजय कुमार, फुलचंद्र एक्का समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
संकल्प सभा की गई आयोजित
द्वितीय सत्र में समिति सदस्य राजकुमार गोराई के नेतृत्व में संकल्प सभा आयोजित की गई। इसमें उपस्थित लोगों ने गोलंबर पर एक-दूसरे का हाथ पकड़कर जल–जंगल–जमीन की रक्षा, अपनी भाषा-संस्कृति के संरक्षण, सीएनटी–एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू कराने तथा वीर बिरसा, सिद्धो–कान्हू, फूलो–झानों के पदचिह्नों पर चलने का सामूहिक संकल्प लिया। स्वर्गीय सहयोगियों की स्मृति में दो मिनट का मौन भी रखा गया। शाम होते ही जयपाल नगर, बिरसा बासा, बाहागढ़, स्टील टोला, रितुडीह, गोंचा टोला, जाटा टोला, गुमला नगर सेक्टर-4 समेत कई गांवों से आदिवासी समुदाय के लोग जुलूस की शक्ल में बिरसा चौक पहुँचे और अपने ईष्ट देव बिरसा मुंडा को नमन किया।
अधिकारियों का पारंपरिक नृत्य से किया गया स्वागत
तृतीय सत्र में जयपाल नगर सांस्कृतिक दल ने बीएसएल के वरिष्ठ अधिकारियों ईडी (HR) राजश्री बनर्जी, ईडी (वर्क्स) प्रिय रंजन, ईडी (MM) सी.आर. मिश्रा, ईडी (माइंस) विकास मनवटी, ईडी (मेडिकल) डॉ. बी.बी. करुणामय, ईडी (ऑपरेशन) ए.के. दत्त सहित अन्य अधिकारियों का पारंपरिक नृत्य से स्वागत किया। सुश्री बनर्जी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के आदर्श हमें देश और समाज को मजबूत बनाने की प्रेरणा देते हैं। बोकारो इस्पात संयंत्र भी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके बाद विभिन्न सांस्कृतिक दलों एवं आसस विद्यालय के विद्यार्थियों ने आकर्षक आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया। समापन सत्र में मुख्य अतिथि विधायक श्वेता सिंह, जिलाध्यक्ष झामुमो रतनलाल मांझी, जिप सदस्य सुनीता टुडू, साजफ केंद्रीय अध्यक्ष रमाकांत राम, आदिवासी बचाओ मोर्चा अध्यक्ष अमित सोरेन, मानिक राम मुंडा, तथा सेल एससी/एसटी फेडरेशन के संयुक्त महासचिव विवेक सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

