Bokaro News: उपायुक्त ने सेक्टर वन स्थित शराब दुकान का किया निरीक्षण, स्टाक पंजी के साथ खरीद-बिक्री की ली जानकारी
Bokaro News: शनिवार को बोकारो शहर के सेक्टर 1 स्थित शराब दुकान का उपायुक्त अजय नाथ झा ने औचक निरीक्षण किया। शराब दुकानों के संचालन में पारदर्शिता और जवाबदेही अत्यंत आवश्यक है।
न्यूज़ इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: शनिवार को बोकारो शहर के सेक्टर 1 स्थित शराब दुकान का उपायुक्त अजय नाथ झा ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने दुकान में रखे स्टॉक पंजी की जांच की। साथ ही अब तक की खरीद-बिक्री की जानकारी ली गयी। उपायुक्त ने कहा कि शराब दुकानों के संचालन में पारदर्शिता और जवाबदेही अत्यंत आवश्यक है। सभी रिकॉर्ड अपडेट व स्पष्ट होने चाहिए। निरीक्षण के दौरान दुकान में प्रतिनियुक्त कर्मियों से जानकारी ली गयी। उन्हें स्पष्ट निर्देश दिया गया कि वह तय नियमों का कड़ाई से पालन करें। ग्राहकों को शराब की बिक्री तय दर पर की जाए और किसी भी प्रकार की अनियमितता या अव्यवस्था नहीं हो, इसका पूरा ध्यान रखें। उन्होंने दुकानों की साफ-सफाई, स्टॉक का उचित रख-रखाव का निर्देश दिया। मौके पर सहायक उत्पाद आयुक्त उमा शंकर सिंह को दुकान में प्रतिदिन हो रही शराब की बिक्री का एक कच्चा रजिस्टर्ड विभाग को उपलब्ध कराने को कहा गया। जिस पर कर्मी द्वारा कौन सी ब्रांड की कौन सी शराब की बोतल बिक्री हुई है। उसका लेखा-जोखा अंकित करेंगे। दुकान बंद होने के बाद उसी के आधार पर फाइनल रजिस्टर्ड में उसे अंकित करेंगे। उन्होंने कर्मियों को इसके लिए प्रशिक्षण देने का भी निर्देश दिया गया।
दो माह तक प्रशासन की निगरानी में होगा संचालन
उपायुक्त ने बताया कि जिले की कुल 41 शराब दुकानों का संचालन आगामी दो माह तक प्रशासन की देख रेख में किया जाएगा। इस अवधि में सभी दुकानों की कार्यप्रणाली की नियमित निगरानी की जाएगी। किसी भी प्रकार की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। डीसी ने कहा कि यह निर्णय पारदर्शी और व्यवस्थित संचालन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
23 दुकाने संचालित, शेष एक-दो दिन में होंगी शुरू
जिले की 23 शराब दुकानों का संचालन प्रारंभ कर दिया गया है। शेष 18 दुकानों का संचालन भी अगले एक-दो दिनों में प्रारंभ कर दिया जाएगा। संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे संचालन की तैयारी और आवश्यक औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा करें ताकि सभी दुकानों का कार्य सामान्य रूप से आरंभ हो सके। इससे जिले का जो राजस्व प्राप्त होता हैं, वह मिलता रहे।