RJD News: राजद के प्रदेश राजद महासचिवकैलाश यादव ने कहा—BJP-RSS बहुजन विरोधी, संविधान के मूल प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष व समाजवाद शब्द हटाने का सपना नहीं होगा सफल

RJD News: राजद के प्रदेश राजद महासचिवकैलाश यादव ने कहा—BJP-RSS बहुजन विरोधी, संविधान के मूल प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष व समाजवाद शब्द हटाने का सपना नहीं होगा सफल

 

RJD News: भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक एवं सेक्युलर देश है, जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध धर्म के मानने वाले लोगों की बहुसंख्यक तादाद है। इन सभी धर्मों के बोली विचार खान पान रहन सहन भिन्न है।

 

न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता

 

Ranchi: प्रदेश राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने RSS के कार्यवाहक सर संचालक होसबोले दत्तात्रेय और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा संविधान के मूल प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द हटाने की बात कहने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। यादव ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक एवं सेक्युलर देश है, जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध धर्म के मानने वाले लोगों की बहुसंख्यक तादाद है। इन सभी धर्मों के बोली विचार खान पान रहन सहन भिन्न है।

BJP और RSS का संविधान विरोधी विचारधारा

BJP और RSS का संविधान विरोधी विचारधारा देश की जनता के सामने आ गया है। विदित है कि विगत लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के कई सांसद नेता 400 सीट जीतने की बात कर संविधान बदलने की बात कहते थे। जिसका आज RSS नेता दत्तात्रेय और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उजागर कर दिया। देश की आजादी से पूर्व और वर्तमान समय तक भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ हिन्दू महासभा के नाम से बाबा साहब अम्बेडकर का प्रतिकार करते रहा है, आजादी के बाद संविधान निर्माता बाबा साहब अम्बेडकर ने भारत का समग्र समाज, सामाजिक न्याय और न्यायिक संप्रभुता की रक्षा के लिए चट्टान की तरह मजबूत संविधान बनाया है। जिसके तहत न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका को संपूर्ण अधिकार देने के साथ बहुमत का दुरुपयोग रोकने एवं जनविरोधी बिल लाने व असंवैधानिक निर्णय लेने पर बैरियर भी लगाया है।

धर्मनिरपेक्ष शब्द हटाने की मंशा देश के लिए बेहद घातक

यादव ने कहा कि RSS-BJP का संविधान के मूल प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द हटाने की मंशा देश के लिए बेहद घातक हो सकती है। देश की बहुजन आबादी की रक्षा और सामाजिक उत्थान एवं एकता का प्रतीक है। 90 फीसदी आबादी वाले निम्न मध्यम वर्ग के सामाजिक सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास के अनेकों आदर्श प्रणेता बाबा साहब आंबेडकर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद, राममनोहर लोहिया चौधरी, चरण सिंह, चंद्रशेखर, काशीराम, श्रद्धेय मुलायम सिंह यादव, शरद यादव, कर्पूरी ठाकुर व लालू प्रसाद यादव जैसे कई जननायकों ने हौसला अफजाई कर इनके मौलिक अधिकारों का रक्षा किया और हक दिलाने का काम किया है। राजद पूरे दम खम से किसी भी हालात में भाजपा और संघ के धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द हटाने की मंशा को सफल नहीं होने देगा।

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