Mock Drill: 7 मई को हवाई हमले के बजेंगे सायरन, अग्निशमन और ब्लैकआउट जैसी स्थिति होगी उत्पन्न, बोकारो व गोमिया में होगा मॉक ड्रिल, यह वास्तविक आपदा नहीं हैं
Mock Drill: 7 मई को बोकारो व गोमिया में होगा मॉक ड्रिल, शाम 6 से शाम 7 बजे तक बीएस सिटी क्षेत्र एवं आइईएल प्लांट क्षेत्र में होगा ब्लैक आउट, कृप्या घबराएं नहीं, शाम 4 बजे से शाम 7 बजे तक जहां हैं वहीं सुरक्षित रहें। सायरन बजेंगे, शहरों की बिजली की जाएंगी बंद।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: उपायुक्त विजया जाधव ने मंगलवार को बताया कि सरकार के निर्देशानुसार बुधवार यानी 7 मई 2025 को देशभर के 244 चिन्हित जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित किया जाएगा। इसी क्रम में बोकारो जिले में भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। जिले के बोकारो स्टील प्लांट क्षेत्र एवं गोमिया के आइईएल प्लांट क्षेत्र में मॉक ड्रिल होगा। इसका मकसद यह जांचना है कि जंग जैसे हालात, जैसे कि मिसाइल हमले या हवाई हमलों के दौरान आम जनता कितनी जल्दी अपनी सुरक्षा को लेकर सक्रिय हो सकती है। इस मॉक ड्रिल में असल हालात जैसे दृश्य पेश किए जाएंगे, मसलन हवाई हमले के सायरन बजेंगे, शहरों की बिजली बंद की जाएंगी, आम लोग शरण लेने का अभ्यास करेंगे और आपातकालीन सेवाएं तुरंत हरकत में आएंगी। इस मॉक ड्रिल का मकसद है। अफरा-तफरी से बचाव, घबराहट को कम करना और जानें बचाना है।
यह वास्तविक आपदा नहीं
उपायुक्त ने आमजनों से अपील की है कि यह वास्तविक आपदा नहीं हैं, कृप्या घबराएं नहीं। अपराह्न 04 बजे से 07 बजे तक जहां हैं, वहीं सुरक्षित रहें (कार्य स्थान या घर), जिला प्रशासन का सहयोग करें।
कब क्या–क्या होगा
-शाम 3 बजे-नियंत्रण कक्ष सक्रियण +स्वयंसेवक रिपोर्टिंग
-शाम 4 बजे -एयर रेड सायरन (नकली) ब्लैकआउट सिमुलेशन शुरू होगा।
-शाम 4:10 बजे- संचार अभ्यास: रेडियो/हॉटलाइन के माध्यम से भारतीय वायु सेना नोड के साथ लिंक-अप।
-शाम 4:20 बजे- चिह्नित क्षेत्रों में निकासी शुरू।
-शाम 4:30 बजे- बचाव अभियान/छलावरण उपाय/छाया नियंत्रण कक्ष अभ्यास।
-शाम 4:45 -ट्राइएज और मेडिकल बचाव सेटअप।
-शाम 5 बजे – सार्वजनिक जागरूकता डेमो (सीपीआर, बंकर, अग्निशामक यंत्र का उपयोग)।
– शाम 6:00 बजे – परिवहन विचलन योजना की प्रभावशीलता की जाँच।
-शाम 7 बजे – पूर्ण अंधेरे में ब्लैकआउट की प्रभावशीलता की जाँच और ड्रोन वीडियोग्राफी।
उक्त मॉक ड्रिल में स्थानीय प्रशासन, सिविल डिफेंस वार्डन, होम गार्ड्स, नेशनल कैडेट कोर (NCC), नेशनल सर्विस स्कीम (NSS), नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) और स्कूल-कॉलेजों के छात्र-छात्राएं हिस्सा लेंगे। इसको लेकर प्रशिक्षण कार्य किया जा रहा है।
ब्लैक आउट अवधि में आमजन करें सहयोग: उपायुक्त
उपायुक्त विजया जाधव ने 7 मई को आयोजित मॉक ड्रिल के दौरान शाम 06 से शाम 07 बजे तक बीएस सिटी क्षेत्र एवं आइईएल प्लांट क्षेत्र में ब्लैक आउट होगा। इस दौरान संपूर्ण ब्लैक आउट का अनुपालन करना है। आमजनों से ब्लैक आउट अवधि में सहयोग करने का अपील किया है। उन्होंने घरों की बत्तियों, स्ट्रीट/गार्डन लाइट्स को बंद रखने, खिड़कियों- दरवाजों पर पर्दा डालने, इनवर्टर एवं जनरेटर आदि का इस्तेमाल नहीं करने, गाड़ियों की हेडलाइट्स को बंद रखने का अपील की है।
क्या होता है ब्लैक आउट
किसी भी देश पर जब युद्ध का खतरा होता है या फिर हवाई हमले की संभावना बनी हुई होती है, तो उस स्थिति में दुश्मन द्वारा जमीन पर मौजूद रोशनी को निशाना बनाया जाता है। इस कड़ी में घरों में जलती हुई रोशनी, गाड़ियों की हेडलाइट्स व सड़कों पर जलती हुई बत्तियां भी दुश्मन के लिए निशाना साधने में मदद करती हैं।
क्यों जरूरी है ब्लैक आउट
ब्लैक आउट में जब पूरी जमीन पर पूरी तरह से अंधेरा होता है, तो इसमें हवाई क्षेत्र से दुश्मन को निशाना साधने में मुश्किल होगी। क्योंकि, पूरी तरह से अंधेरा होने की वजह से दुश्मन किसी भी चीज को निशाना नहीं बना सकता है। ऐसे में जान-माल का नुकसान अधिक होने की संभावना कम होती है।