Bokaro Female Naxal Surrender: महिला नक्सली सुनीता ने किया आत्मसमर्पण, 21 अप्रैल को नक्सली के खिलाफ चलाए गये अभियान के दौरान मुठभेड स्थल से भाग निकली थी
Bokaro Female Naxal Surrender: एक महिला नक्सली 22 वर्षीय सुनीता मुर्मू उर्फ लीलमुनि मुर्मू ने एसपी कार्यालय में किया आत्मसमर्पण, गिरिडीह जेल में तीन साल तक न्यायिक हिरासत में है रही।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: बोकारो पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी, अपर समाहर्ता बोकारो मो मुमताज, कमांडेंट सीआरपीएफ 154 बटालियन, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बेरमो व सीआरपीएफ बटालियन 26 के समक्ष सोमवार को एसपी कार्यालय में एक महिला नक्सली 22 वर्षीय सुनीता मुर्मू उर्फ लीलमुनि मुर्मू ने आत्मसमर्पण किया। सुनीता मुर्मू 21 अप्रैल को लालपनिया थाना क्षेत्र के लूगु पहाड़ी की तलहटी में पुलिस व नक्सली मुठभेड़ में शामिल थी। आत्मसमर्पण करने वाली महिला नक्सली भाकपा माओवादी की सक्रिय सदस्य थी। 21 अप्रैल को पुलिस के नक्सली के खिलाफ डाकाबेड़ा अभियान के मुठभेड के दौरान मुठभेड स्थल से भाग निकली थी।
मारे जाने के डर से आत्मसमर्पण किया
नक्सली सुनीता ने बताया कि पुनः मुठभेड़ में मारे जाने के डर से आत्मसमर्पण किया। उसने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि पूर्व में गिरिडीह जेल में तीन साल तक न्यायिक हिरासत में रही है। मालूम हो कि 21 अप्रैल के उस मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रयाग दा उर्फ विवेक के साथ आठ नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया था। इसमें 10 लाख के इनामी नक्सली साहेब राम मांझी व तीन लाख की इनामी नक्सली अरविंद यादव के साथ अन्य शामिल थे। समर्पण करनेवाली सुनीता मुर्मू इसी दस्ते की सदस्य थी।
सुनीता के खिलाफ दो थाने में मामला है दर्ज
महिला नक्सली दुमका जिला के शिकारीपाडा थाना स्थित अमरपानी की रहनेवाली है। इस पर दो मामला दर्ज है। पहला मामला महुआटांड (ललपनिया ओपी) थाना में कांड संख्या 15/25 (21 अप्रैल 2025) दर्ज है. मामले में धारा-191(2)/191(3)/190/132/109/61(2) बीएनएस, 25(1-बी)ए/25(1)ए/26/27/35 आर्म्स एक्ट, 17 सीएलए एक्ट एंड 10/13/16/18/20 यूएपी एक्ट के तहत दर्ज किया गया है. दूसरा मामला खुखरा थाना में कांड संख्या 09/18 (23 जून 20218) दर्ज है. मामले में धारा-414 / 121 (ए)/386/120 (बी) भादवि 25 (1-बी) ए/26/35 आर्म्स एक्ट, 3/4 विस्फोटक अधिनियम, 13 यूएपी एक्ट व 17 सीएलए एक्ट दर्ज है।