Bihar Crime News: मशरक थाना क्षेत्र के कवलपुरा मुस्लिम बस्ती के दो युवकों का शव जलालपुर थाना क्षेत्र के मकनपुर पोखर के पास से बरामद होने की खबर मिलते ही शनिवार के सुबह गांव मे मातमी सन्नाटा पसर गया।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता Bihar: मशरक थाना क्षेत्र के कवलपुरा मुस्लिम बस्ती के दो युवकों का शव जलालपुर थाना क्षेत्र के मकनपुर पोखर के पास से बरामद होने की खबर मिलते ही शनिवार के सुबह गांव मे मातमी सन्नाटा पसर गया। गांव से एक शिक्षक के साथ परिजन जलालपुर पहुंच शव की शिनाख्त किए। जैसे ही मृतक फारुक की नई नवेली बीबी को अपने शौहर की हत्या की खबर मिली बेहोश होकर गिर गई।
अब अकेले कैसे जिंगी काटब रोते हुए बस एक ही रट लगाए जा रही थी दोस्त की शादी में शामिल होने को कह घर से गए, देर रात 12 बजे मोबाइल से बात हुई तो बोले खाना खाकर आ रहा हूं। सारी रात जाग कर इंतजार करती रही, मोबाइल भी नहीं लग रहा था। अब अकेले कैसे जिंगी काटब। परिजनों के मुताबिक दोनों युवक शुक्रवार देर शाम किसी से फोन पर बात करने के बाद शादी में जाने की बात कह एक ही बाइक से गए। दोनों युवक रिश्ते में चाचा भतीजा होने के साथ अच्छे दोस्त भी थे। मृतक कवलपुरा मुस्लिम बस्ती निवासी ईद मोहम्मद का 25 वर्षीय पुत्र फारूक और सकरीद का 20 वर्षीय पुत्र असरफ। छह माह पहले हुई थी मृतक की शादी मृतक फारूक की शादी छह माह पूर्व हुई थी। शादी के बाद वह नासिक कमाने चला गया। जहां जेसीबी चलाता था। इससे पहले वह गांव पर ही रहकर चिकेन बेचता था। पट्टीदारी के आपसी विवाद को लेकर हुई प्राथमिकी में नामजद अभियुक्त होने के कारण जमानत के लिए 15 रोज पहले नासिक से गांव आया था। ग्रामीणों के अनुसार फारूक नेकदिल व ईमानदार इंसान था। उधर घर के एकमात्र कमाऊ सदस्य के मौत की खबर से घर मे कोहराम मच गया है।
मृतक पर थी पूरे परिवार की जिम्मेवारी नई नवेली दुल्हन दिलशाना बीबी का रो रोकर बुरा हाल है। माता पिता सहित तीन भाई व चार बहन की जिम्मेवारी थी उसपर। सभी के अच्छे जीवनयापन के लिए ही उसे नासिक जाकर जेसीबी की ड्राइविंग करना पड़ा। वहीं, दूसरे मृतक असरफ काफी गरीब परिवार का युवक था। जो मशरक के बंगरा महादेवा ब्रह्म के पास चिकेन दुकान चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। हालांकि उसे जुए की लत के गिरफ्त में होने की बात गांव के सभी के जुबान पर है। चर्चा यह भी है कि घटना जुआ खेलने के दौरान विवाद तो नहीं हुई। घर का कमाऊ पुत्र की मौत से मर्माहत उसकी मां शलमा बेगम चीख चीखकर कह रही थी। अब घर को कौन संभालेगा। पिता सकरीद और बड़े भाई मजदूरी करते हैं।