New Year 2025: दिल कहे रुक जा रे जा रे रुक जा, यहीं पर कहीं…बेरमो कोयलांचल में ऐसी कई हसीन वादियां हैं, जहां पिकनिक कर नववर्ष का स्वागत किया जाता है। मनोरम स्थलों में 1 जनवरी को काफी संख्या में सैलानी जुटकर नए साल-2025 की आमद का जश्न मनाएंगे।
फैयाज आलम ‘मुन्ना’
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro/Bermo: बेरमो कोयलांचल में ऐसी कई हसीन वादियां हैं, जहां पिकनिक कर नववर्ष का स्वागत किया जाता है। इन मनोरम स्थलों में बुधवार यानी 1 जनवरी को काफी संख्या में सैलानी जुटकर नए साल-2025 की आमद का जश्न मनाएंगे। साथ ही अपने अंदर नवजीवन की ऊर्जा भरकर गुनगुनाएंगे “दिल कहे रुक जा रे जा रे रुक जा, यहीं पर कहीं/जो बात इस जगह है, वो कहीं पर नहीं…!“ यहां के तेनु डैम, छरछरिया जलप्रपात, जमुनिया डैम, हथियापत्थर, राजाबेड़ा तट और भंडारदह आदि स्थानों में पिकनिक करने को लोग जुटेंगे। क्योंकि उक्त स्थल ऐसे हैं, जिसे देखकर स्वर्ग का गुमान होता है। वहां की प्राकृतिक छटाएं लोगों को अपनी ओर खींचती हैं। यही कारण है कि नववर्ष का स्वागत करने के लिए इन स्थानों में लोग काफी संख्या में जुटकर पिकनिक करते हैं। उक्त स्थलों में प्रकृति के नयनाभिराम दृश्यों की भरमार है। इनमें सर्वाधिक लोकप्रिय हैं तेनुघाट जलाशय का मुहाना, फुसरो के निकट दामोदर नदी का हथियापत्थर, बनासो मंदिर स्थित कोनार नदी तट, बगलता जंगल, राजाबेड़ा स्थित दामोदर नदी का पथरीला तट, भंडारीदह स्थित इंदरचुंआ, जमुनिया डैम व नदी तट, ललपनिया के छरछरिया नाला स्थित जलप्रपात, करगली फिल्टर प्लांट, तेलो का महादेवगढ़ा, लुगू पहाड़ व झुमरा पहाड़।
नयनाभिराम दृश्यों की भरमार प्रकृति के नयनाभिराम दृश्यों की जहां भरमार है, उनमें नावाडीह से फुसरो जाने के रास्ते मकोली मोड़ के पहले चपरी गांव के निकट बगलता भी शामिल है। बगलता में हरे-भरे जंगल के बीच कलकल करतीं नदी व प्रकृति की मनोरम छटा का संगम है। यह जगह चारों ओर पहाड़ियों व हरेभरे पेड़-पौधों से घिरा हुआ है। वहीं, फुसरो स्थित हथियापत्थर में हाथी का पथरीला स्वरूप है, जहां अनगिनत पत्थर के टीले भी हैं। इसके बारे में राजा की बरात डूबने की प्रचलित किवदंती के आलोक में लोग उत्सुकतावश यहां आए दिन आते रहते हैं। ललपनिया स्थित लुगू पहाड़ की तलहटी में है छरछरिया नाला। यहां के स्वच्छ वातावरण व चट्टानों के बीच लगभग 40 फीट की ऊंचाई से निरंतर पानी गिरना लोगों को आकर्षित करता है।
समुद्र के दर्शन का अहसास तेनुघाट स्थित विशालकाय जलाशय व डैम का बेरमो के पिकनिक स्पॉट में सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान है। यहां डैम के जलाशय में एकत्रित अथाह पानी जहां समुद्र के दर्शन का अहसास कराता है, वहीं डैम के फाटक से गिरते पानी से झरने के नजारे का भी आनंद मिलता है। यहां सैलानियों के लिए नौका विहार करने की भी व्यवस्था है।
गिरती जलधारा का आनंद चंद्रपुरा व बाघमारा के बीच घुटवे में है जमुनिया डैम। यह खूबसूरत वादियों से घिरा हुआ है। यहां पानी का अथाह भंडार है और डैम से गिरती जलधारा आनंद का अनुभव कराती है। वहीं भंडारीदह के निकट है राजाबेड़ा, जहां कलकल बहती नदी की जलधारा और ऊंचे चट्टानों से गिरता झरना काफी मनोहारी दृश्य उपस्थित करता है। यहां नदी के दोनों किनारे की रेत पर पिकनिक करने का अलग ही आनंद है।
प्राकृतिक सौंदर्यों से भरा स्थल जारंगडीह स्थित बनासो मंदिर के पास बहती कोनार नदी व आसपास का पहाड़ी क्षेत्र पिकनिक करने वालों को आकर्षित करता है। भंडारदह स्थित नदी के भंवर व राजाबेड़ा तट में ऐसे मनोरम दृश्य मौजूद हैं, जिसे देखकर लोग अभिभूत हो जाते हैं। बेरमो अनुमंडल का गोमिया प्रखंड भी प्राकृतिक सौंदर्यों से भरा हुआ है। गोमिया-फुसरो मुख्य मार्ग में बोकारो थर्मल से 5 किलोमीटर की दूरी पर छिलका पुल भी एक मनोरम स्थल है। इसके अलावा गोमिया-पेटरवार मुख्य मार्ग पर होसिर, गोमिया-विष्णुगढ़ मुख्य मार्ग में कोनार नदी पर चंद्रु फॉल और डैम भी वनभोज के लिए आकर्षक स्थल हैं। नए वर्ष के अवसर पर लोग सपरिवार यहां आते हैं और वनभोज का लुत्फ उठाते हैं।