Bokaro News: वैचारिक स्तर पर मतभेद होने से राजद के चंद नेता इंडी गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी को दे रहें साथ तो चंद चल रहे हैं नाराज।
न्यूज इंप्रेशन, संवददाता
Bokaro: धनबाद लोकसभा चुनाव के महज सात दिन बचे हैं। इस संसदीय सीट पर 25 मई को चुनाव होगा। सियासत पर कब्जा करने के लिए भाजपा व इंडी गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी ने पूरी ताकत झोक दी है। ताक झोंकने में दोनों दलों के गठबंधन के नेताओं व कार्यकर्ताओं की भूमिका अहम है। क्योंकि जब कार्यकर्ता आपके साथ है और खुश तब ही उस दल की मौजूदगी भी दिखती है।
चंद राजद नेताओं को नहीं दिया जा रहा तरजीह बात इंडी गठबंधन से जुड़े राजद नेताओं व कार्यकर्ताओं की है। बोकारो में राजद का संगठन सशक्त जरूर है, पर कहीं ना कहीं रिश्तों में कुछ नेताओं का वैचारिक स्तर पर मतभेद होने से खटास भी है। संगठित होकर चलने के वजाए अलग-अलग चलने की बात है जो इंडी गठबंधन के प्रत्याशी के लिए ठीक नहीं कहा जा सकता। बताया जाता है कि राजद के एक पार्ट कांग्रेस प्रत्याशी के लिए दिन-रात काम कर रहें है तो दूसरा पार्ट को तव्वजों नहीं जा रहा है, वो छिटके चल रहे हैं। यही वजह है कि चंद राजद नेताओं ने मीडिया व अखबार के माध्यम से राजद सुप्रीमो लालूप्रसाद यादव को बताते का प्रयास किया है कि धनबाद लोकसभा के महागठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा बोकारो के राजद कार्यकर्ताओं को कोई तरजीह या मान सम्मान नहीं दिया जा रहा है। राजद के कुछ चंद लोगों को राजद का शिरोमणि समझ कर बाकी कार्यकर्ताओं को उपेक्षा की जा रही है। जिसके चलते अपने आप को ये उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। जबकि यह दौरान नाराजगी व उपेक्षा का दौर नहीं है। अगर मिशन केंद्र है तो हर गिला शिकवा मिटाकर व संगठित होकर काम करना होगा। तब ही इंडी गठबंधन का लक्ष्य पूरा होगा। चाहे प्रत्याशी हो चाहे नेता या आम कार्यकर्ता।
उपेक्षित कार्यकर्ता करेंगे बैठकः राजद के उपेक्षित कार्यकर्ताओं ने जल्द बैठक बुलाने का मन बनाया है। झारखंड युवा राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष समर बहादुर यादव ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अपना एजेण्डा तयकर राजद सुप्रीमो लालू यादव के सम्मान को देखते हुए ठोस निर्णय लिया जायगा। हमलोग वर्षों से लालू यादव के हमदर्दी व उनके सिपाही है, हमलोग दूसरों के लिए सुप्रीमो का सम्मान बेचकर काम नहीं कर सकते। विरोध जताते वालों में बहादुर सिंह यादव, अरशद अली, राणा गोप, रामलाल राम, सुरेन्द्र चौधरी, श्याम बाबू यादव, उमा शंकर राम, चतुरगुण, प्रसाद, हजारी प्रसाद यादव, हरे राम यादव, हरिशंकर सिंह, रंजीत सिंह सहित अन्य शामिल हैं।