Bokaro: राजद ने गद्दार व विश्वासघाती सीएम नीतीश कुमार फूंका पुतला, बिहार के अवाम के विश्वास को घोंपा छुरा
Bokaro: बिहार में महागठबंधन से नाता तोड़कर नीतीश कुमार का एनडीए में जाने व रविवार सायं मुख्यमंत्री पद का नए सिरे से शपथ लेने के बाद राजद नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बोकारो में विरोध जताते हुए नीतीश कुमार का पुतला फूंका।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bokaro: बिहार में महागठबंधन से नाता तोड़कर नीतीश कुमार का एनडीए में जाने व रविवार सायं मुख्यमंत्री पद का नए सिरे से शपथ लेने के बाद राजद नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बोकारो में विरोध जताते हुए नीतीश कुमार का पुतला फूंका।
बोकारो शहर के नया मोड़ में पुतला दहन के दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। राजद के प्रदेश महासचिव घनश्याम चौधरी ने कहा कि भारतीय राजनैतिक इतिहास का सबसे बड़ा विश्वासघाती महापुरूष है, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। आजाद भारत के इतिहास में इतना बड़ा, अवसरवादी, दलबदलू पल्टू राम किसी ने नहीं देखा होगा। पल्टू राम के नाम से नवाजे गये, नीतीश कुमार आज पुनः पाला बदल कर विश्वासघात के महापुरूष बन गये। उनके इस कार्य से न केवल बिहार शब्द बदनाम और शर्मसार हुआ है, बल्कि पूरे देश में बिहार के राजनैतिक चरित्र का घोर अपमान हुआ है।
कल तक हरियाणा को आया राम गया राम, अब बिहार को
कल तक हम हरियाणा को आया राम गया राम के नाम से पुकारते थे, आज उसकी जगह पर बिहार का नाम लिया जाने लगा है, और इसके रचियता, महान विश्वासघाती, महान अवसरवादी आदरणीय नीतीश हैं। बिहार में तेजस्वी यादव नौकरियों की वारिश कर अपने 10 लाख नौकरी देने के किये गये वादे को पूरा करने में लगे थे, सम्प्रदायिक ताकतों को बिहार से भगाने मे लगे थे। बिहार के लगभग 10 करोड़ पिछड़ों, दलितों, शोषितों, अकलियतों के उत्थान की चिंता में लगे थे, वहीं हमारे महान अवसरवादी नेता, अपना अगला मुख्यमंत्री काल 2025 से 2030 को सुनिश्चित करने की साजिश में लगे हुए थे।
लोकसभा चुनाव में बिहार की जनता पलटू राम को सिखाएगी सबक