Samvidhan Bachao Raily in Bihar 2023 : भाजपा भगाओ-देश बचाओ के केन्द्रीय नारों के साथ संविधान बचाओ-देश बचाओ रैली का आयोजन
Samvidhan Bachao Raily in Bihar 2023 : भाजपा भगाओ-देश बचाओ के केन्द्रीय नारों के साथ संविधान बचाओ-देश बचाओ रैली का आयोजन, रैली में करीब एक दर्जन से अधिक संगठनों ने लिया हिस्सा। अपनी मांगों की आवाज की बुलंद।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता
Bihar : सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार), बिहार फुले-अंबेडकर युवा मंच, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन (बिहार), संत रविदास महासभा, पीस सेंटर-परिधि, राष्ट्र सेवा दल, बामसेफ, मूलनिवासी संघ, एससी-एसटी कर्मचारी संघ, दलित विकास समिति, सोशलिस्ट युवजन सभा, बहुजन समाज संगठन के साझा बैनर तले आयोजित संविधान बचाओ-देश बचाओ (Samvidhan Bachao Raily in Bihar 2023) रैली में आज भारी तादाद में भागीदारी हुई। रैली में भागलपुर जिला सहित आस-पास के जिले से भी भारी संख्या में भागीदारी हुई।
रैली में संविधान बचाओ-देश बचाओ और भाजपा भगाओ-देश बचाओ के केन्द्रीय नारे के साथ केन्द्र सरकार द्वारा जातिवार जनगणना कराने, हाई कोर्ट-सुप्रीम कोर्ट व निजी क्षेत्र सहित तमाम क्षेत्रों में एससी, एसटी व ओबीसी को आबादी के अनुपात में हिस्सेदारी देने, तमाम कृषि उत्पादों के लिए लागत के डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी करने, जनवितरण प्रणाली को सर्वव्यापी बनाने जैसे मांगों के पक्ष में और बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी, अबाध निजीकरण, कमजोर समुदायों-महिलाओं व अल्पसंख्यकों के साथ बढ़ती हिंसा,धर्मनिरपेक्षता और संवैधानिक-लोकतांत्रिक अधिकारों पर बढ़ते हमले के विरोध में भी नारे लगे.
अंबेडकर के विचारों व सपनों पर हमला
रैली भागलपुर स्टेशन चौक पर डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ शुरु हुआ. शहर के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए तिलकामांझी चौक पर शहीद तिलकामांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सभा के साथ रैली का समापन हुआ. रैली को संबोधित करते हुए डॉ. विलक्षण बौद्ध ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के परिनिर्वाण के दिन 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के कुकृत्य के जरिए आरएसएस-बीजेपी ने संविधान पर हमला बोला था. डॉ.अंबेडकर के विचारों व सपनों पर हमला बोला था. आज भाजपा-आरएसएस केन्द्र की सत्ता पर काबिज होकर संविधान-लोकतंत्र को ही खत्म करने की दिशा में बढ़ रही है. डॉ. अंबेडकर के वारिस भाजपा-आरएसएस के खतरनाक मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे. संविधान-लोकतंत्र बचाने के लिए अंतिम दम लड़ेंगे, जीतेंगे!

