National Youth Mahotsav: श्रीआयप्पा पब्लिक स्कूल में जिला स्तरीय राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन, प्रतियोगिताओं व गतिविधियों में 15 से 29 वर्ष तक के विभिन्न स्कूलों व महाविद्यालयों के प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा।
न्यूज इंप्रेशन, संवाददाता Bokaro: खेलकूद एवं युवा कार्य निदेशालय झारखण्ड रांची व जिला प्रशासन बोकारो के संयुक्त तत्वावधान में बोकारो के श्रीआयप्पा पब्लिक स्कूल, सेक्टर 5 के सभागार में जिला स्तरीय राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन जिला खेल पदाधिकारी कुमारी हेमलता बून, जिला ओलिम्पिक संघ के महासचिव गोपाल ठाकुर, गौरव कुमार व श्रीआयप्पा स्कूल के निदेश ने संयुक्त रूप से किया।
15 से 29 वर्ष तक छात्र-छात्राओं ने लिया हिस्सा कार्यक्रम में हेल्थ एवं फिटनेस आधारित प्रतियोगिताओं व गतिविधियों के तहत लोक नृत्य, लोक गायन, कहानी लेखन, पोस्टर निर्माण, दिक्लामेशन, फोटोग्राफी, युवाकृति, हस्तशिल्प कार्यक्रम में 15 से 29 वर्ष तक के विभिन्न स्कूलों, महाविद्यालयों सहित अन्य संस्था के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
निर्णायक की भूमिका में थे ये निर्णायक की भूमिका में उमेश कुमार महतो, उत्तम कुमार प्रजापति, चौहान महतो, रितेश कुमार व संजय कुमार रहें। इस दौरान सामूहिक लोक नृत्य में प्रथम एसएस उच्च विद्यालय बेरेकेला, द्वितीय स्थान पर जागो-जगाओ कला मंच, तृतीय स्थान पर जागो-जगाओ कला मंच। स्लो सॉंग में प्रथम मनीषा कुमारी खालको, द्वितीय प्रीति कुमारी जगाओ कला मंच, कहानी लेखन में प्रथम राकेश कुमार महतो, बीएस सिटी कॉलेज, द्वितीय स्थान पर श्रेया कुमारी,श्रीआयप्पा पब्लिक स्कूल, तृतीय स्थान पर साजन कुमार बीएस सिटी कॉलेज।
अन्य प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागी पोस्टर निर्माण में प्रथम निक्की शर्मा, श्रीआयप्पा स्कूल, द्वितीय रेविका प्रभाकर, श्रीआयप्पा पब्लिक स्कूल, तृतीय अलीशा कुमारी, श्रीआयप्पा पब्लिक स्कूल, भाषण में रिचा पाण्डेय श्रीआयप्पा पब्लिक स्कूल, स्लो डांस में वेदिका। फोटोग्राफी में प्रथम रोहित राज, द्वितीय अनिकेत, तृतीय रौशनी श्रीआयप्पा पब्लिक स्कूल विजेता हुए। ट्राफी व मैडल देकर किया सम्मानित प्रतियोगिता के विजेता व उप विजेताओ प्रतिभागियों को ट्रॉफी, मैडल व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। वही, जिलास्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागी राज्य स्तर में भाग लेंगे। सफल संचालन में श्री आयप्पा पब्लिक स्कूल के निदेशक व शारीरिक शिक्षक का अहम योगदान रहा।